मां भारती की पुकार

मां भारती की पुकार | Man bharati ki pukar

मां भारती की पुकार

( Man bharati ki pukar )

मां भारती के अब लाल उठो,
तुम पर ही हैं सारा भार उठो,
मांग मेरी अब सुनी होने को है,
मां भारती है अब बोल उठी,
मां भारती की हर सपूत उठो,
अपने -अपने हिस्से का ले सहयोग उठो
चीनी सामग्री का, कर बहिष्कार उठो,
अब नेताओं पर विश्वास नहीं,
कागज पर हैं मुझे बेच उठे,
मेरे पुत्र भर हुंकार अब शेर जवान उठो,
तुम पर ही है सारा विश्वास उठो,
मां भारती के अब लाल उठो,
तुम पर ही सारा भार उठो,

 

Dheerendra

लेखक– धीरेंद्र सिंह नागा

(ग्राम -जवई,  पोस्ट-तिल्हापुर, जिला- कौशांबी )

उत्तर प्रदेश : Pin-212218

यह भी पढ़ें : 

Ghazal | दर्द की व्यथा

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *