मैं ग़रीब हूँ | Main Gareeb hoon
मैं ग़रीब हूँ
( Main gareeb hoon )
पैसे से बहुत मैं ग़रीब हूँ
जहाँ में ऐसा बदनसीब हूँ
मुक़द्दर न ऐसा मिला मुझे
ख़ुशी के न ही मैं क़रीब हूँ
कोई साथ दे सदा जो मेरा
बहुत ढूंढ़ता वो हबीब हूँ
बुरा लोग क्यों चाहते है फ़िर
किसी का न जब मैं रक़ीब हूँ
करें टूटे दिल का इलाज़ जो
बहुत ढूँढ़ा मैं वो तबीब हूँ
.
करें प्यार जो है मुझे आज़म
इतना मैं न ही खुशनसीब हूँ