मीराबाई
( Meerabai )
कृष्ण भक्ति में मीरा नाची लेकर हाथों में इकतारा।
मुरली मनोहर कृष्ण कन्हैया गिरधर लगता प्यारा।
विष का प्याला राणा भेजा अमृत रस बन आया।
सुंदर पुष्प माला सज गई विषधर जब भिजवाया।
भक्ति में शक्ति भारी पावन मेवाड़ धरा हो गई सारी।
मीरा माधव प्रेम पुजारी तान मुरलिया वो बलिहारी।
कृष्ण भजन ले आसरा गोविंद गोविंद गीत सुनाए।
कृष्ण प्रेम में हुई दीवानी गली-गली मन मोहन गाये।
पांव में घुंघरू बांध नाचे मीरा मदन मोहन गुण गाए।
आ जाओ मेरे कृष्ण मुरारी मीरा गिरधर गीत सुनाएं।
रचनाकार : रमाकांत सोनी सुदर्शन
नवलगढ़ जिला झुंझुनू
( राजस्थान )