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Ja-Ra-Mat Bhojpuri Kavita -जरअ मत !
जरअ मत ! ** (भोजपुरी भाषा में) ****** ना त राख हो जइब, कोयला नियर खाक हो जइब। बाॅडी मास ( Body, Mass ) सब हो जाई हवा, एकर नइखे कवनो दवा। इ प्रकृति के नियम बा- जे जरी ऊ साफ होई, जरला पर राख होई। हवा उड़िया ले जाई, अस्तित्व तोहार मिटाई। त…

धवल | Kavita dhawal
धवल ( Dhawal ) हिमगिरी से हिम पिघल पिघल धवल धार बन बहता है धार धवल मानो हार नवल हिमपति कंठ चमकता है कल कल बहता सुरसरि जल राग अमर हिय भरता है दु:ख हारण कुल तारण गंगा का जल अविरल बहता है धवल चंद्र की रजत चांदनी धरती को करती दीप्तिमान मानो…

रेशम के धागे | Resham ke Dhaage
रेशम के धागे ( Resham ke dhaage ) रेशम के इस धागे की ये बात ही बड़ी-निराली है, सजाकर लाती बहनें इसदिन प्यारी सी थाली है। लम्बी उम्र की कर कामना तिलक वह लगाती है, बिठाकर बाजोट भैय्या के हाथ राखी बाॅंधती है।। रोली-मोली और मिठाई नारियल लेकर आती है, ख़ुश रहना सदैव प्यारे…

परिंदा | Parinda
परिंदा ( Parinda ) हवा न दो उन विचारों को जो लगा दे आग पानी मे जमीन पर खड़े रहना ही आकाश को छू लेना है… सीढियां ही पहुचाती हैं हमे उछलकर गगन नही मिलता भुला दो कुछ पन्नों को तुम हर पन्नों मे जीवन नही मिलता.. अंगुलियों को देख लिया करो जान लोगे…

पावन हुई अयोध्या लौट राम घर आए | Pawan hui Ayodhya
पावन हुई अयोध्या लौट राम घर आए ( Pawan hui Ayodhya laut ram ghar aaye ) पावन हुई अयोध्या प्रभु राम के मन भायी हुआ अवतरण श्रीराम का खुशियां मनाई दशरथ कौशल्या घर जन्मे प्रभु ने किया निहाल त्रिलोकी के नाथ आए जग में ऐसी नहीं मिसाल अमर हो…

मेरा वतन मेरी चाहत | Mera Watan Meri Chahat
मेरा वतन मेरी चाहत ( Mera Watan Meri Chahat ) मेरा देश मेरा वतन तुझे नमन ए मेरे वतन हम फूल तू है चमन तुझसे ही है यह तन मन। आंख जो कोई उठाएं आग दरिया में लगाएं दुश्मन को सीमा पार भगाएं तिरंगे को चारों दिशाओं में फहराएं। तेरी खातिर सैकड़ों मर भी जाएं…

Ja-Ra-Mat Bhojpuri Kavita -जरअ मत !
जरअ मत ! ** (भोजपुरी भाषा में) ****** ना त राख हो जइब, कोयला नियर खाक हो जइब। बाॅडी मास ( Body, Mass ) सब हो जाई हवा, एकर नइखे कवनो दवा। इ प्रकृति के नियम बा- जे जरी ऊ साफ होई, जरला पर राख होई। हवा उड़िया ले जाई, अस्तित्व तोहार मिटाई। त…

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पावन हुई अयोध्या लौट राम घर आए | Pawan hui Ayodhya
पावन हुई अयोध्या लौट राम घर आए ( Pawan hui Ayodhya laut ram ghar aaye ) पावन हुई अयोध्या प्रभु राम के मन भायी हुआ अवतरण श्रीराम का खुशियां मनाई दशरथ कौशल्या घर जन्मे प्रभु ने किया निहाल त्रिलोकी के नाथ आए जग में ऐसी नहीं मिसाल अमर हो…

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