Gair hoon ghazal

ग़ैर हूँ ऐसा कुछ बोलकर वो गया | Gair hoon ghazal

ग़ैर हूँ ऐसा कुछ बोलकर वो गया ( Gair hoon aisa kuch bol kar wo gaya )     ग़ैर हूँ ऐसा कुछ बोलकर वो गया नफ़रतों का जहर घोलकर वो गया   इक झलक और दीदार उसका करा रब कभी जो खिड़की खोलकर वो गया   प्यार  की गुफ़्तगू की नहीं है उसनें तल्ख़…

Pathshala kavita

पाठशाला | Pathshala kavita

पाठशाला ( Pathshala )   जीवन की है पाठशाला भरा पूरा परिवार सद्भावो की पावन गंगा बहती मधुर बयार   शिक्षा का मंदिर पावन गांव की वो पाठशाला सदा ज्ञान की ज्योत जलाते ले अंदाज निराला   पाठशाला में पढ़ाई कर कितने विधायक हो गए भाग दौड़ भरी दुनिया जाने कही भीड़ में खो गए…

Ghazal guftagoo

यार उससे भला गुफ़्तगू क्या करे | Ghazal guftagoo

यार उससे भला गुफ़्तगू क्या करे ( Yaar usse bhala guftagoo kya kare )     यार उससे भला गुफ़्तगू क्या करे छोड़ो भी यार अब तू मैं तू क्या करे   वो बनेगा हक़ीक़त में मेरा नहीं प्यार की दिल जिसकी आरजू क्या करे   के  मिलेगी वफ़ा दोस्ती में नहीं अब वफ़ा की…

kinaro se puchho

किनारों से पूछो | kinaro se puchho

किनारों से पूछो ( Kinaro se puchho )   फिजाओं का आलम बहारों से पूछो। दुल्हन की कहानी, कहारों से पूछो।।   कैसे खड़ी है जमाने की सुनकर, मंजिल जहाँ में, सहारों से पूछो।।   तूफाँ में कश्ती हिलोरें से जो लेवे न चलने का गम, किनारों से पूछो।।   ना चाहा था तुमको देखेंगे…

5 June World Environment Day Poem in Hindi

5 जून विश्व पर्यावरण दिवस | World Environment Day Poem In Hindi

5 जून विश्व पर्यावरण दिवस ( 5 June World Environment Day Poem In Hindi )     स्कॉटलैंड में उत्पन्न हुआ विश्व में छाया विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून 1972 में आया 50 बर्षों में 100 से अधिक देशों में समाया पृथ्वी के परित जीवन सुन्दर सजग बनाया   पृथ्वी मेरी मातृभूमि है अब पूजन…

Ramayan par kavita

रामायण संस्कार सिखाती | Ramayan par kavita

रामायण संस्कार सिखाती ( Ramayan sanskar sikhati )     हमें निज धर्म पर चलना सिखाती रोज रामायण जन मन प्रेम और सद्भाव जगाती रोज रामायण   जप लो राम नाम माला राम में लीन हो जाओ घट में बसा लो राम को अंतर विलीन हो जाओ   मान मर्यादा से पलना पुनीत संस्कार रामायण…

Ghazal na khushiyan mili

न खुशियां मिली | Ghazal na khushiyan mili

न खुशियां मिली ( Na khushiyan mili )     न खुशियां मिली आस पास में कटे रोज़ दिन अब उदास में   बुझा प्यास रब भेज कोई अब मुहब्बत कि जिस डूबा प्यास में   दिखाते वही दुश्मनी मुझे देखे बैठे पास पास में   न पीने कि वो दे गया क़सम भरा जाम…

Paryavaran sanrakshan par kavita

पर्यावरण | Paryavaran sanrakshan par kavita

पर्यावरण ( Paryavaran )   विविध जीवों का संरक्षण मान होना चाहिए। स्वस्थ पर्यावरण का संज्ञान होना चाहिए।। अधिक वृक्ष लगा करके धरती का श्रृंगार हो, वृक्षों की उपयोगिता पर ध्यान बार बार हो। वृक्ष, प्राणवायु फल छाया लकड़ियां देते हैं, उसके बदले हम उन्हें सोचो भला क्या देते हैं। दस पुत्र समान द्रुम हैं…

Ghazal kamee dil mein tumhari

कमी दिल में तुम्हारी | Ghazal kamee dil mein tumhari

कमी दिल में तुम्हारी ( Kamee dil mein tumhari )   कमी दिल में तुम्हारी ही  यहाँ हो सनम मेरे चले आओ जहाँ हो   ख़ुशी के फूल क्या मुझपर बरसेंगे यहाँ  तो रोज़ ग़म की ही ख़िज़ाँ हो   ख़फ़ा होकर वही बैठा बहुत है यहाँ जिसकी यादें दिल में रवाँ हो   तुम्हारे…

Ghazal pyar se iqrar

प्यार से इक़रार किया रिश्ता नहीं | Ghazal pyar se iqrar

प्यार से इक़रार किया रिश्ता नहीं! ( Pyar se iqrar kiya rishta nahi )     प्यार से इक़रार किया रिश्ता नहीं!  हम सफ़र वो ही बना मेरा नहीं   देखिए किस बात का उसको गरूर प्यार वो इक़रार क्यों करता नहीं   टूटे रिश्तें फ़िर नहीं जुड़ते कभी रूठना यूं ही मगर अच्छा नहीं…