ढूंढ़ता हूँ रोज़ ऐसी दोस्ती मैं

ढूंढ़ता हूँ रोज़ ऐसी दोस्ती मैं | Dosti Heart Touching Shayari

ढूंढ़ता हूँ रोज़ ऐसी दोस्ती मैं ( Dhoondhta hoon aisi dosti mein )    थक गया हूँ ढूंढ़ता ही ख़ुशी मैं! जी रहा हूँ ग़म भरी सी जिंदगी मैं   दें हमेशा जो वफ़ा की मुझको ख़ुशबू ढूंढ़ता हूँ रोज़ ऐसी दोस्ती मैं   नफ़रतों के दर्द ग़म इतनें मिले है हाँ भुला अपनें लबों…

भिखारी

भिखारी | Hindi Poem on Bhikhari

भिखारी ( Bhikhari )    फटे पुराने कपड़ों में मारे मारे फिरते हैं भिखारी, इस गांव से उस गांव तक इस शहर से उस शहर तक न जाने कहां कहां ? फिरते हैं भिखारी । अपनी भूख मिटाने/गृहस्थी चलाने को न जाने क्या क्या करते हैं भिखारी? हम दो चार पैसे दे- अनमने ढंग से…

हिन्दी मे कुछ बात है | Short Poem on Hindi Diwas

हिन्दी मे कुछ बात है | Short Poem on Hindi Diwas

हिन्दी मे कुछ बात है ( Hindi me kuch baat hai )    हिन्दी दिवस पर विशेष  (कविता)  हिन्दी अपनी मातृभाषा, हिन्दी में कुछ बात है! हिन्दी बनी राष्ट्र भाषा, भारत देश महान में। ‘नेताजी’ ” के हिन्दी नारे, गूंजे हिंदुस्तान में। ‘गुप्त’ सरीखे राष्ट्र-कवि, ‘तुलसी’ जैसे महाकवि। जाने कितने अमर हो गए, लिखकर इसी…

आ जलाये दिल में रोशनी इल्म की

आ जलाये दिल में रोशनी इल्म की | Ilm Par Shayari in Hindi

आ जलाये दिल में रोशनी इल्म की ( Aa jalaaye dil mein roshani ilm ki )    आ जलाये दिल में रोशनी इल्म की रोशनी हर दिल में हो सभी इल्म की   रोशनी ये बुझेगी न दिल से कभी होगी रोशन सदा जिंदगी इल्म की   फैलायेगी जहां में रोशनी बनके होगी हर चेहरे…

पीर हमरे करेजवा में आवल करी

पीर हमरे करेजवा में आवल करी | Bhojpuri Kavita in Hindi

पीर हमरे करेजवा में आवल करी (भोजपुरी-इलाहाबादी) गीत जब केउ सनेहिया क गावल करी। पीर हमरे करेजवा में आवल करी।। माया क जहान प्रेम सत्य क निशनवां, प्रेम की दीप जलै निशि दिनवा दिल में रहिके दिल काहे दुखावल करी।। पीर हमरे करेजवा…. राधाकृष्ण हीर रांझा प्रेम की मुरतिया, मीरा क प्रेम प्याला सुनि फटइ…

भूख

भूख | Bhookh Par Kavita

भूख ( Bhookh )   मैं भूख हूं, मैं मिलती हूं हर गरीब में अमीर में साधू संत फकीर में फर्क बस इतना किसी की पूरी हो जाती हूं कोई मुझे पूरा करने में पूरा हो जाता है मैं आदर्शवाद के महल के पड़ोस में पड़ी यथार्थवाद की बंजर जमीन हूं में मिलती हूं मजदूरों…

जिंदगी में जब ख़ुशी रहती नहीं

जिंदगी में जब ख़ुशी रहती नहीं | Heart Touching Emotional Sad Shayari

जिंदगी में जब ख़ुशी रहती नहीं ( Zindagi mein jab khushi rahti nahin )   जिंदगी में जब ख़ुशी रहती नहीं ख़ुश भरी फ़िर जिंदगी रहती नहीं एक दिन जज्बात मिट जाते सभी जिंदगी भर दिल्लगी रहती नहीं भूल जाते है गिले शिकवे करने उम्रभर नाराज़गी रहती नहीं साथ इक दिन छोड़ जाते है सभी…

उसका मुकद्दर यू रूठ गया

उसका मुकद्दर यू रूठ गया

उसका मुकद्दर यू रूठ गया 1. उसका मुकद्दर यू रूठ गया , बकरा कसाई हाथ लग गया। 2. वो दिल में आ बत्तियां बुझा नभाक कर गया, कोई जुगनू पकड़ दामन फिर उजाला कर गया। 3. तुम अच्छे हो अच्छे रहो, हम बुरे हैं बुरे ही सही, देख लेते जो अच्छी नजर से बुरे हम…

ज़िंदगी में अब न वो मंज़र सुहाने आयेंगे

जिंदगी में अब न वो मंजर सुहाने आयेंगे | Zindagi Par Shayari in Hindi

जिंदगी में अब न वो मंजर सुहाने आयेंगे ( Zindagi mein ab na wo manzar suhane aayenge )     भूल  जा   फिर  लौट के, गुजरे  ज़माने आयेंगे । ज़िंदगी  में  अब  न  वो  मंज़र  सुहाने  आयेंगे ।।   असफलता  पर   मेरी   जो आज  शर्मिन्दा  हुए। देखना  कल वो ही मुझ पर हक जताने आयेंगे।।…

आँखों से पर्दा को हटा

आँखों से पर्दा को हटा | Ghazal Aankhon se Parda ko Hata

आँखों से पर्दा को हटा ( Aankhon se parda ko hata )    मेरी साँसों के धारा से उभरता हुआ, फनकारी देख आँखों से पर्दा को हटा और अपना तरफदारी देख   ऐ सख्स, तू इल्म-ए-उरूज़ देख, मेरी मुहब्बत न देख तुझे है गुरूर खुद पर ज़रा सा तो मेरी कलमकारी देख   मुहब्बत में…