पुरानी तस्वीर | Purani tasveer kavita
पुरानी तस्वीर
( Purani tasveer )
अतीत के पन्ने खोले पुरानी तस्वीर हमारी
कैसे बदला दौर सारा कहती कहानी सारी
क्या थे कहां हम आए क्या खोया क्या पाया है
क्या हकीकत हमारी कितना बदलाव आया है
कैसा जमाना था वो यादें सुहानी सब प्यारी
नयनों में उतर आती पुरानी तस्वीर हमारी
हर्ष उल्लास भरा मन में घर में सबका साथ था
प्यार भरे बोल मीठे हमारी उन्नति में हाथ था
हर मुश्किल को पल में मां सुलझा देती प्यार से
आज भी निर्णय लेता मैं मां के दिए संस्कार से
वक्त भले ही बीता महक गई जीवन फुलवारी
यादों के झरोखों में आई पुरानी तस्वीर हमारी
कवि : रमाकांत सोनी
नवलगढ़ जिला झुंझुनू
( राजस्थान )