Subhash Chandra Bose par Kavita
Subhash Chandra Bose par Kavita

नेताजी ” सुभाष चंद्र बोस “

( Netaji Subhash Chandra Bose )

 

।। तुम मुझे खून दो,
मैं तुम्हें आजादी दूंगा।।

आजादी का ये नारा बुलंद कर ,
जन जागृति के लिए भारत में,
मातृभूमि भारत स्वतंत्र हो अब
यही सपने के साथ सुभाष जी
अपना दिन और रात बिताते थे ।।

देशभक्त महानायक नेताजी
आजादी की खातिर बना दी,
हिंद फौज जिन्होंने भारत में
वे वीर पुरष हमारे सुभाष जी
स्वतंत्रता सेनानी कहलाते थे ।।

अपने विचारों की अग्नि से उन्होंने ,
भारत के युवाओं में जोश जगाया ।
सिंगापुर से दिल्ली तक पहुंच गए
अंग्रेजी हुकूमत को ललकारा था
कर दी चढ़ाई बर्मा पर सेना लेके ,
नेताजी का एक ही नारा रहा था ।।

प्राण न्यौछावर करें ,मातृभूमि पर
आजादी के लिए समर्पित होकर
कई यात्राएं बोस ने थी कर डाली
कई पद छोड़ दिए जिन्होंने अपने
देशभक्त महानायक वे सदा रहे।।

 

आशी प्रतिभा दुबे (स्वतंत्र लेखिका)
ग्वालियर – मध्य प्रदेश

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