लड़की

लड़की | Ladki par kavita

लड़की ( Ladki )   जन्म के समय लड़के और लड़की में फ़र्क नही होता, पर जन्म लेते ही ये समाज बाँट देता है उन्हें , बांट दिए जाते हैं उनके खिलौने, बाँट दी जाती हैं उनकी फरमाइशें, बाँट दिए जाते है उनके सपने , और यहीं से जन्म लेती है लड़की और जन्म लेती…

पत्नी और प्रेमिका

पत्नी और प्रेमिका | Patni aur premika par kavita

पत्नी और प्रेमिका ( Patni aur premika )   पत्नी और प्रेमिका दोनों भिन्न प्राणी है एक को समाज,घर और कानून मान्यता देता है दूसरे को सिर्फ़ प्रेमी मान्यता देता है   पत्नी का बीच राह पर हाथ पकड़ कर चल सकते हो लेकिन प्रेमिका के साथ नहीं किसी के पूछने पर बेझिझक यह तो…

रागिनी

रागिनी | Kavita Ragini

” रागिनी “ ( Ragini ) सुमधुर गुंजार कोकिल चमक चपला सी चलन का।   रुचिर सरसिज सुमनोहर अधर रति सम भान तन का।   गगन घन घहरात जात लजात लखि लट लटकपन का।   मधुप कलियन संग लेत तरंगता खंजन नयन का।   पनग सूर्य अशेष पावत मात दुति मणि दंतनन का।   धरत…

मंजूर के दोहे

मंजूर के दोहे | Manzoor ke dohe

मंजूर के दोहे **** 1. शूल समान तू तेज हो, भेदो हरेक बाधा पहुंचोगे तुम शीर्ष पर, लक्ष्य कठिन नहिं ज्यादा 2. पथिक तू चलते चला जा, लक्ष्य दूर न ज्यादा आशा भाव मन मा लिए, हर लोगे तुम बाधा 3. धरा हमारी उर्वरा, फसलन की नहिं सोच लाओ बीज कंद मूल के, उगालो मिट्टी…

हिंदी राष्ट्र धरोहर है

हिंदी राष्ट्र धरोहर है | Kavita Hindi rashtra dharohar hai

हिंदी राष्ट्र धरोहर है ( Hindi rashtra dharohar hai ) *****   सबकी प्यारी सबकी दुलारी- मनभावन व मनोहर है, हिंदी राष्ट्र धरोहर है। देश को आपस में जोड़ने वाली, हृदय से हृदय को पहुंचने वाली । कानों में मिसिरी घोलने वाली, मीठी सुरीली, है अद्भुत अलबेली ; छात्र/छात्राओं की है सहेली । संपूर्ण धरा…

फ़र्क नहीं पड़ेगा

फ़र्क नहीं पड़ेगा | Poem fark nahi padega

फ़र्क नहीं पड़ेगा ( Fark nahi padega )   बहुत सारी खामियां है मुझमें तो क्या हुआ……? तुमने कभी उन ख़ामियों को क्या मिटाना चाहा कभी….? नहीं ना…….!   तुम चाहते ही नहीं थे कभी कि हम भी उभर पाएं और तुम्हारे साथ खड़े हो सकें तुमने चाहा ही नहीं ऐसा कभी हम तुम्हारे साथ…

खूबसूरत हैं नज़ारे गांव में 

खूबसूरत हैं नज़ारे गांव में | Poem on gaon

खूबसूरत हैं नज़ारे गांव में  ( Khoobsurat hai nazare gaon mein )     खूबसूरत हैं नज़ारे गांव में प्यार के हैं बस इशारे गांव में   शहर में तो हर तरफ़ हैं नफ़रतें सिर्फ़ उल्फ़त है हमारे गांव में   जो किसी भी शहर होते नहीं वो हसीं देखें नजारे गांव में   देखने…

गरीबी ने बचाई लाखों की जान !

गरीबी ने बचाई लाखों की जान | Garibi par kavita

गरीबी ने बचाई लाखों की जान ! ******* गरीबी ने गरीबों को बचाया? इसी ने कोरोना को है हराया। यह मैं नहीं विशेषज्ञ कह रहे हैं, गरीब देशों में कोरोना के कम आंकड़े तो यही बतला रहे हैं; गरीबों के संघर्ष की गाथा गा रहे हैं। मुझे तो बस भगवान/ईश्वर/अल्लाह ही याद आ रहे हैं।…

व्यवहार में सुधार जरूरी बा !

व्यवहार में सुधार जरूरी बा ! ( भोजपुरी भाषा में)

व्यवहार में सुधार जरूरी बा ! ( भोजपुरी भाषा में) ***** पहिर के हमरे झमकावेलू, आ# हमरे के आंख देखावेलू। कमरिया लचकावेलू, अंखियां मटकावेलू। रही रही धमकावेलू, जान के महटियावेलू। पुकरलो पर ना आवेलू, सुन के अंठियावेलू। घड़ी घड़ी दु चार बातो सुनावेलू, बड़ा हमके सतावेलू। हो शालू! तू त# बाड़ू बड़का चालू? झट दोसरा…

स्वर्ग में कोरोना (PART-2 )

स्वर्ग में कोरोना (PART-2 )

#स्वर्गबन्दी ब्रह्मा जी ने आंखे बंद कर लीं और घोर चिंतन में लीन हो गए।उनके तीनों माथों पर चिंता की लकीरें स्पष्ट देखी जा सकती हैं।अपनी ही बनाई हुई कृति को वह आज बिगड़ते हुए देख रहे हैं.शोक!!! मनुष्य इतना बुद्धिहीन हो गया कि अपनी ही तबाही का इंतजाम करने को तत्पर है ? क्या…