हम शराब तो नहीं पीते

हम शराब तो नहीं पीते | Sharab par kavita

हम शराब तो नहीं पीते ( Hum sharab to nahi pite )    हम शराब तो नहीं पीते लेकिन इतना पता है कि ये गिलास भी प्रकृत की तरह जाती धर्म में भेद भाव नहीं करता।   क्यों गलत कहे हम शराब है! जब दुनिया ही यह खराब है!!   आकर के मैखाने से,जिस दिन…

मुहब्बत बस हमारे गांव में

मुहब्बत बस हमारे गांव में | Ghazal

मुहब्बत बस हमारे गांव में ( Muhabbat bas hamare gaon mein )     बारिशों के है इशारे गांव में देखो  टूटे है किनारे गांव में   वरना देखी है नगर में नफ़रतें है मुहब्बत बस हमारे गांव में   जो किसी भी शहर होते नहीं वो हसीं देखें नजारे गांव में   देखने को…

लड़की हूँ तो क्या हुआ

लड़की हूँ तो क्या हुआ | Ladki hun to kya hua | Kavita

लड़की हूँ तो क्या हुआ ( Ladki hun to kya hua )     दुनिया में पीड़ा बहूत है कब तक तु अपने दुखों को गाएगी इस मतलब भरी दुनिया में क्या तु अपने लिए सहारा ढूँढ पाएगी   अकेली निकल उजाले की खोज में अंधकार भी पीछे छूट जाएगा। और जहाँ तक बात रही…

स्वर्ग में कोरोना

स्वर्ग में कोरोना | Kahani

स्वर्ग में कोरोना  ★■★ ब्रह्मलोक में दरबार सजा हुआ है। ब्रह्मा जी की अध्यक्षता में देवराज इंद्र, रुद्र, गणेश जी, कार्तिकेय, समस्त लोकों से आये देवगण जिसमे गन्धर्व, यक्ष, पितृ आदि वर्ग के देवता उपस्थित हैं। ब्रह्मा जी के समीप लेखाकार चित्रगुप्त जी बही खाते सम्भाले गद्दी पर विराजमान हैं। सभा मे पृथ्वी सहित अन्य…

पास है अब तू नहीं

पास है अब तू नहीं | Paas hai ab too nahin | Ghazal

पास है अब तू नहीं ( Paas hai ab too nahin )   जिंदगी में प्यार की खुशबू नहीं! इसलिए की पास है अब तू नहीं   कर लिया है सब्र उसका मैंनें ही अब तो यूं आते मगर आंसू नहीं   ढूंढ़ती उसको रही आंखें मेरी वो नजर आया मुझे हर सू नहीं  …

सोनू-सूद

सोनू-सूद | Sonu Sood par kavita

“️️सोनू-सूद” ( Sonu Sood )    जन-जन से उसका रिस्ता है, इंसान नहीं वो”फरिस्ता”है || 1. एक द्रश्य देख दिल दहल उठा, उन बेसहाय् परिवारों का | जो निकल पड़े भूँखे प्यासे सब, पैदल ही उन लाचारों का | दिल कांप उठा आँखे बरसीं, फिर टीम बनाई यारों की | बन मसीहा आया सोनू सूद,…

दीपावली

दीपावली | Deepawali kavita

दीपावली ( Deepawali )     आ गई दीवाली, आ गई दीवाली ……|| 1.नव रात्र गये गया दशहरा, लो आ गई दीवाली | साल में सबसे हिन्दुस्तानी, त्यौहार बड़ा दीवाली | करो सफाई सारे घर की, है थोड़े दिन में दीवाली | रंग भर दो दीवारों में, रंगमय हो जाये दीवाली | आ गई दीवाली,…

यूँ मजबूर ना कर

यूँ मजबूर ना कर | Yoon majboor na kar | Ghazal

मेरे हाथ को यूँ मजबूर ना कर ( Mere hath ko yoon majboor na kar )   मेरे हाथ को यूँ मजबूर ना कर कोई तस्बीर बनाने के लिए ता-उम्र साथ निभाने की वादा ना कर अभी छोड़ जाने के लिए   मेरे कमरों में तुम्हारी तस्बीर और धुवां ही धुवां है कुछ तो दिल…

दुःख होता है

दुःख होता है | Dukh hota hai

दुःख होता है ( Dukh hota hai )     तेरे हंसने पर मैं भी हँसने लगता हूँ तेरे दुःख से मुझे भी दुःख होता है तेरे दुःखी होने पर भी मुझे दुःख होता है तेरे रोने पर मुझे भी रोना आता है।   पर, मैं तेरे साथ रो नहीं पाता हूँ…. इसका ग़म मुझे…

उसने किया होगा 'गजल'

उसने किया होगा ‘गजल’

उसने किया होगा ‘गजल’   होके मजबूर मुझे उसने भुलाया होगा जहर जुदाई का उसने खातिर मेरे खाया होगा   कांटो को चुनकर उसने मेरे राहों से  उसने जीवन में मेरे फूल गाया होगा    याद सताया जब पाया हरेक चेहरों में मुझे मेरे तस्वीर को चुपके सीने से हटाया होगा   मेला की धूम…