किताबें

किताबें

किताबें *** खाली अलमारियों को किताबों से भर दो, बैठो कभी तन्हा तो निकाल कर पढ़ लो। हो मन उदास तो- उठा लो कोई गीत गजल या चुटकुले कहानियों की किताब, पढ़कर भगा लो अवसाद। ये जीवनसाथी हैं, दोस्त हैं। दवा हैं, मार्गदर्शक हैं। समय समय पर उन्हें निहारो, समझो परखो विचारो। गूढ़ बात अपना…

प्यार की हाँ गुफ़्तगू दिल में हुई

प्यार की हाँ गुफ़्तगू दिल में हुई

प्यार की हाँ गुफ़्तगू दिल में हुई     प्यार की हाँ गुफ़्तगू दिल में हुई! एक मेरे आरजू दिल में हुई   चैन दिल को एक पल भी तो नहीं आशिक़ी जब से शुरु दिल में हुई   जो महके है प्यार बनके जीस्त में पाने को ही उस गुलू दिल में हुई  …

माता-पिता और हम

माता-पिता और हम

माता-पिता और हम   ->पिता जडें-माँ वृक्ष, तो हम फल फूल पत्ते हैं || 1.लंम्बा रास्ता-लंम्बा सफर, मुसाफिर हम कच्चे हैं | नहीं है अनुभव नई राहों का, अभी तो हम बच्चे हैं | चले अकेले बिना तजुर्बे, पग-पग मे बस धक्के हैं | पिता रास्ता-माँ सफर है, तो हम मुसाफिर अच्छे हैं | –>पिता…

बना दें अब ख़ुदा कोई मुहब्बत की कहानी है

बना दें अब ख़ुदा कोई मुहब्बत की कहानी है

बना दें अब ख़ुदा कोई मुहब्बत की कहानी है     बना दें अब ख़ुदा कोई मुहब्बत की कहानी है ख़ुदा क्या जिंदगी तन्हा मुझे यूं ही बितानी है   ख़ुशी अब भेज दें मेरी उदासी जिंदगी में ही ख़ुदा क्या जिंदगी यूं ही ग़मों से हाँ  निभानी है   किसी भी तरहा उससे रब…

सितारे तोङ लाते है हमेशा आसमां से वो

सितारे तोङ लाते है हमेशा आसमां से वो

सितारे तोङ लाते है हमेशा आसमां से वो ( Sitare Tore Late Hain Hamesha Aasman Se Wo ) सितारे तोङ लाते है हमेशा आसमां से वो।। नहीं डरते मुसीबत से रहे आगे जहां से वो।।   जो करना है वही करते नहीं सुनते किसी की भी। जिग़र में हौंसला पाते खुदा जाने कहां से वो।।…

सच कहूँ हमें आ रही है रोज़ यादें आपकी

सच कहूँ हमें आ रही है रोज़ यादें आपकी

सच कहूँ हमें आ रही है रोज़ यादें आपकी     सच कहूँ हमें आ रही है रोज़ यादें आपकी ! इसलिए देखे है आज़म फरीन राहें आपकी   दिल करे है देखता ही मैं रहूँ बस रात दिन ए सनम इतनी  हंसी है ये आँखें आपकी   दूरियां जब से बढ़ी है प्यार में…

स्वच्छता है जरूरी

स्वच्छता है जरूरी

स्वच्छता है जरूरी ***** रखें ध्यान इसका विशेष, जन जन को दें यह संदेश। इसी से आती खुशहाली, दूर रहे संक्रमण बीमारी। जो स्वच्छ रहे परिवेश हमारा, तो स्वस्थ हो जाए जीवन प्यारा; गांधी जी का यही था नारा। सुन लो मेरे राज दुलारे, कह गए हैं बापू प्यारे। इधर उधर न कूड़ा डालो, बात…

हमेशा ही लुभाती है यहां सूरत कोई भोली

बहुत हमको लुभाती है यहां सूरत कोई भोली

बहुत हमको लुभाती है यहां सूरत कोई भोली   बहुत हमको लुभाती है यहां सूरत कोई भोली। करे घायल सदा दिल को लगे जैसे कोई गोली।। जिसे भी मांगना हो ग़र सदा मांगो खुदा से ही। नहीं खाली रहेगी फिर किसी की भी कोई झोली।। बने सब ग़ैर भी अपने बने अपने पराये से। करे…

प्यार के वो ही आज़म सहारे टूटे

प्यार के वो ही आज़म सहारे टूटे

प्यार के वो ही आज़म सहारे टूटे     प्यार के वो ही आज़म सहारे टूटे! आज वो ही वफ़ा के किनारे टूटे   प्यार की ही कहानी बढ़ी इसलिए आंखों से आंखों के ही नजारे टूटे   अब ज़बां पे यकीं होगा उसकी मुझे वादों के दिल से ही वो बहाने टूटे   अपनों…

गजल लिख रहा है

गजल लिख रहा है

गजल लिख रहा है   जिसकी माचिस से घर जल  रहा है, वो उसी पर गज़ल लिख रहा है।।   आपके आने का ये असर है, झोपड़ी को महल कह रहा है।।   अच्छी लगती नही बेरुखी अब, मैं नहीं मेरा दिल कह रहा है।।   शेष क्या हो गया है उसे अब, लब को…