दोस्त बनकर के रहो मत

दोस्त बनकर के रहो मत | Ghazal dost banker

दोस्त बनकर के रहो मत ( Dost banker ke raho mat )    दोस्त बनकर के रहो मत दुश्मनी मुझसे करो मत   प्यार की आंखें मिलाओ मुंह चढ़ाकर के चलो मत   दिल से ही अपनें भुला दो हिज्र में उसके जलो मत   पढ़ ली है आंखें तुम्हारी और कुछ भी यूं कहो…

आओ भी जानम प्यार करे

Romantic Ghazal | आओ भी जानम प्यार करे

आओ भी जानम प्यार करे   आओ भी जानम प्यार करे ! दिल की बातें इजहार करे   आओ उल्फ़त छेड़े बातें न गिले शिकवे यूं यार करे   न करो इंकार वफ़ा से तुम मेरी उल्फ़त इक़रार करे   तोड़ो मत दिल प्यार भरा तुम न सनम दिल यूं आजार करे   दो न…

उसकी कोई कहानी नहीं

उसकी कोई कहानी नहीं | Ghazal uski koi kahani nahi

उसकी कोई कहानी नहीं ( Uski koi kahani nahi )     प्यार का ओ जिन आंखों में पानी नहीं प्यार की उसकी कोई कहानी नहीं   है फ़रेबी निगाहों में धोखा उसकी प्यार की उससे आंखें मिलानी नहीं   गांव से वो गया बिन मिलें है मुझे दें गया प्यार की वो निशानी नहीं…

बरसा कभी सावन नहीं !

बरसा कभी सावन नहीं | Poem on sawan

बरसा कभी सावन नहीं ! ( Barsa kabhi sawan nahin )     सच यही बरसा कभी सावन नहीं! यार दिल का ही खिला गुलशन नहीं   ग़म मिलें है रात दिन बस अपनों से प्यार फूलों से भरा दामन नहीं   हाथ कैसे वो मिलायेगा भला दोस्ती करने का उसका मन नहीं   छीन…

ऐसे बहाने ढूंढ़ता हूं

ऐसे बहाने ढूंढता हूं | Ghazal aise bahane dhundhta hoon

ऐसे बहाने ढूंढता हूं ( Aise bahane dhundhta hoon )     वो हंसी आज़म इशारे  ढूंढ़ता हूं! प्यार के ऐसे बहाने ढूंढ़ता हूं   दें रवानी प्यार की ख़ुशबू हमेशा प्यार के ऐसे नजारे ढूंढ़ता हूं   जो हमेशा दें वफ़ाओ का सहारा शहर में ही वो  सहारे ढूंढ़ता हूं   डूबा हूं ऐसा…

साथ क़िस्मत मेरा नहीं दें रही

साथ क़िस्मत मेरा नहीं दें रही | Kismat par Ghazal

साथ क़िस्मत मेरा नहीं दें रही ( Sath kismat mera nahi de rahi )     साथ क़िस्मत मेरा नहीं दें रही जीस्त को खुशियां रस्ता नहीं दें रही   देखता हूं राहें मैं जिसके प्यार की वो निगाहें इशारा नहीं दें रही   कर रही है वो इंकार आंखें मुझे मिलनें को कोई वादा…

निशानी प्यार की 

निशानी प्यार की | Ghazal nishani pyar ki

निशानी प्यार की  ( Nishani pyar ki )   दें आया हूं मैं जिसे कल निशानी प्यार की जिंदगी भर बन गयी दिल में रवानी प्यार की   दें गया है हिज्र आंखों में वो मुझे ऐसा यहाँ रह गयी दिल में अधुरी वो कहानी प्यार की   जो नहीं लिक्खी मुहब्बत मेरी है   तक़दीर…

चेहरा उसका गुलाब लड़की का

चेहरा उसका गुलाब लड़की का | Ghazal chehra

चेहरा उसका गुलाब लड़की का ( Chehra uska gulab ladki ka )     चेहरा उसका गुलाब लड़की का देखता हूं जो ख़्वाब लड़की का   मर मिटे है उसके लब आंखों पे प्यारा मुखड़ा ज़नाब लड़की का   बिन पीये  हो गया  नशा उसका हुस्न जैसा   शराब लड़की का   इसलिए ख़ुशबू है हवाओं…

मुहब्बत का सभी से राब्ता रख

मुहब्बत का सभी से राब्ता रख | Muhabbat se raabta

मुहब्बत का सभी से राब्ता रख  ( Muhabbat ka sabhi se raabta rakh )     मुहब्बत का सभी से राब्ता रख किसी से दिल नहीं तू खफ़ा रख   भुला देना नहीं दिल से मुझे तू हमेशा मिलनें का तू सिलसिला रख   लबों पे प्यार की बातें रखना तू नहीं मुझसे तू ऐसे…

बेरहमी से इक वो हमला हुआ

इक वो हमला हुआ | Ghazal ek wo hamla hua

इक वो हमला हुआ ( Ek wo hamla hua )     बेरहमी से ही  इक वो हमला हुआ, देखिए सारा नगर शोला हुआ।   लोग बेघर हो गए देखो वहां कौन किसका ही सहारा हुआ।   खून में सड़कें  बड़ी  लथपथ हुईं, की दंगा कश्मीर में भड़का हुआ,   क़त्ल कर डाला कई मासूमों…