उससे हुई उल्फ़त की बात आख़री

Sad Shayari | उससे हुई उल्फ़त की बात आख़री

उससे हुई उल्फ़त की बात आख़री ( Usase Hui Ulfat Ki Baat Aakhari ) उससे हुई उल्फ़त की बात आख़री होना जुदा उससे मुलाक़ात आख़री हां रास शहर की बरसातें आयी कब है प्यार की मुझपे बरसात आख़री ग़म दर्द अश्क़ आंखों में मिले मेरी वो प्यार लिक्खे अब नग्मात आख़री परदेश जा रहा  लौटेगा…

गुजारी जिंदगी सुख की अभी तक

Sad Shayari -गुजारी जिंदगी सुख की अभी तक

गुजारी जिंदगी सुख की अभी तक ( Gujari Jindagi Sukh KI Abhi Tak )     गुजारी जिंदगी सुख की अभी तक दुखो से ही भरी ये जिदगी है   अपनों के तंज इतने है मिले के दिल पे ही  चोट  गहरी सी लगी है   मुहब्बत से नहीं देखा कभी भी यहां तो नफ़रत…

हमने करार चाहा तो आकर के ग़म मिले

Hindi Poetry On Life -हमने करार चाहा तो आकर के ग़म मिले

हमने करार चाहा तो आकर के ग़म मिले ( Hamne Karar Chaha To Aakar Ke Gam Mile )   हमने करार चाहा तो आकर के ग़म मिले। जब भी किसी मुकाम पे जाकर के हम मिले।।   रक्खा था जिनको पाल के सीने में रात-दिन। सुख के हसीन ख्वाब के हमको भरम मिले।।   जो…

ये आंसू के अक्षर हैं दिखाई नहीं देते

Shayari On Life -ये आंसू के अक्षर हैं दिखाई नहीं देते

ये आंसू के अक्षर हैं दिखाई नहीं देते ( Ye Aansoo Ke Akshar Hai Dikhai Nahi Dete )     देते हैं दर्द मगर दवाई नहीं देते। एक बार कैद करके रिहाई नहीं देते।।   तनहाई में जाकर के इत्मिननान से सोचो, ये आंसू के अक्षर हैं दिखाई नहीं देते।।   वो मर गया पर…

पराया वो जब से चेहरा हुआ है

Sad Ghazal -पराया वो जब से चेहरा हुआ है

पराया वो जब से चेहरा हुआ है ( Praya Wo  Jab Se Chehra Hua Hai )   पराया वो जब से चेहरा हुआ है आंखों में अश्कों का दरिया हुआ है   भला कैसे ख़ुशी से मुस्कुराऊं मेरा दिल प्यार में  टूटा हुआ है   मनाऊँ भी भला कैसे उसे अब बहुत मुझको वही रूठा…

यहाँ रोज़ लब पे ख़ामोशी रही है!

Sad Shayari -यहाँ रोज़ लब पे ख़ामोशी रही है!

यहाँ रोज़ लब पे ख़ामोशी रही है! ( Yahaan Roz Lab Pe Khamoshi Rahi Hai )   यहां रोज़ लब पे ख़ामोशी रही है! कहीं प्यार की ही लबों पे हंसी है     किसी ने तोड़ा प्यार से ही भरा दिल आंखों में भरी प्यार की ही नमी है   उदासी ख़ामोशी भरी जिंदगी…

जिंदगी की ही नहीं कोई सहेली है यहां

Sad Ghazal -जिंदगी की ही नहीं कोई सहेली है यहां

जिंदगी की ही नहीं कोई सहेली है यहा     जिंदगी की ही नहीं कोई सहेली है यहां कट रही ये जिंदगी आज़म अकेली है यहां   खा गया हूँ मात उल्फ़त में किसी से मैं यारों प्यार की इक चाल मैंनें भी तो खेली है यहां   नफ़रतों की ही मिली है चटनी खाने…

यूं न झूठा हां सनम वादा करो

Sad Shayari | Sad Ghazal -यूं न झूठा हां सनम वादा करो

यूं न झूठा हां सनम वादा करो   ( Yoon Na Jhootha Haan Sanam Wada Karo )     यूं न झूठा हां सनम वादा करो! जो भी वादा प्यार में सच्चा करो   दो वफ़ाये उम्रभर के ही लिए प्यार में ही  यूं नहीं  धोखा करो   वरना राहों  मे अंधेरे होते है चाँद…

मुहब्बत की वो मुझसे ले गया अपनी निशानी है

Sad Shayari | Ghazal -मुहब्बत की वो मुझसे ले गया अपनी निशानी है

मुहब्बत की वो मुझसे ले गया अपनी निशानी है ( Muhabbat Ki wo Mujhshe Le Gaya Apni Nishani Hai )   मुहब्बत की वो मुझसे ले गया अपनी  निशानी है अधूरी प्यार की ही रह गयी दिल में कहानी है   वही करता नहीं रिश्ता मुहब्बत का क़बूल मेरा यहां तो जिस लिए दिल में…