मुसाफिर

Hindi Kavita On Life | Hindi Kavita -मुसाफिर

मुसाफिर ( Musafir ) … मुसाफिर तंन्हा हूँ मै, साथ चलोगे क्या, तुम  मेेरे। है मंजिल दूर, सफर मुश्किल , क्या साथ चलोगे मेरे। यही है डगर, एक मंजिल है तो फिर, साथ चलो ना, सफर कट जायेगा दोनो का, हमसफर बनोगे मेरे। … करेगे दुख सुख की बातें, बातों से खनक बढेगी। हमारे दिल…

उल्फ़त की सर्दी लग गयी है मुझे

Love Shayari -उल्फ़त की सर्दी लग गयी है मुझे

उल्फ़त की सर्दी लग गयी है मुझे   ( Ulfat Ki Sardi Lag Gayee Hai Mujhe )     उल्फ़त की सर्दी लग गयी है मुझे! अब महसूस वो हो रही है मुझे   न जाने हवायें ये  कैसी चली किसी की अब दीवानगी है मुझे   करे है जो तल्ख़े ज़बां रात दिन उसी…

कैसे-कैसे लोग
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Hindi Kavita By Binod Begana -कैसे-कैसे लोग

कैसे-कैसे लोग ( Kaise-Kaise Log )     अक्ल के कितने अंधे लोग। करते क्या-क्या धंधे लोग।   मासूमों के खून से खेले, काम भी करते गंदे लोग।   रौब जमा के अबलाओं पर, बनते हैं मुस्तंडे लोग।   तन सुंदर कपड़ों से ढकते, मन से लेकिन नंगे लोग।   अपनाते दौलत की खातिर, बुरे-बुरे …

बावरा मन

Romantic Poetry In Hindi -बावरा मन

बावरा मन ( Bawara Man )     बावरा   मन   मेरा,  हर  पल  ढूंढे   तुमको। नैना द्वारे को  निहारे, एकटक देखे  तुमको।   प्रीत  कहते  है  इसे, या  कि कोई रोग है ये। जो  झलकता तो नही, दर्द  का संयोग है ये।   कहना चाहूं कह न पाऊं, ऐसा  मनरोग है ये। झांझरी सा मन…

खिल रहा वो फ़ूल गुलाब का

Ghazal By Aazam Nayyar -खिल रहा वो फ़ूल गुलाब का

खिल रहा वो फ़ूल गुलाब का ( Khil Raha Wo Phool Gulab Ka )     खिल रहा वो  फ़ूल गुलाब का ! हुस्न हो जैसे आफ़ताब का   इक खिला फ़ूल वो देखकर याद आया चेहरा ज़नाब का   हाँ बुरा सी  लगेगी नजर कर ले तू ये चेहरा हिजाब का   प्यार का…

नर से धीर है नारी

Hindi Kavita On Women -नारी

नारी ( Nari Kavita )   नर से धीर है नारी … घर में दबी बेचारी , कभी बेटी कभी बहू बने , कभी सास बन खूब तने, एक ही जीवन कितने रूप , धन्य भाग्य तुम्हारी नर से धीर है नारी… कभी यह घर अपना , कभी वह घर अपना जिस घर जाए वहीं…

रहे तन-मन सदा अपना वतन के वास्ते जग में

Desbhakti Kavita -रहे तन-मन सदा अपना वतन के वास्ते जग में

रहे तन-मन सदा अपना वतन के वास्ते जग में ( Rahe Tan-Man Sada Apana Watan Ke Waste Jag Mein )   रहे  तन-मन  सदा अपनावतन के वास्ते जग में। बहारें  खुद  चली आती  चमन के वास्ते जग में।।   उसी  को थाम के  चलते वही रहता दिलों में है। तिरंगा पास में रखते कफ़न के…

भारत का गौरव

Hindi Kavita -भारत का गौरव

भारत का गौरव ( Bharat Ka Gaurav )     राम तेरे आर्याव्रत अब, शस्त्र नही ना शास्त्र दिखे। धर्म सनातन विघटित होकर,मात्र अंहिसा जाप करे।   शस्त्रों की पूजा करते पर, शस्त्र उठाना भूल गए, रणचंडी का वैभव भूले, खड्ग खप्पर सब भूल गए।   परशुराम का परशु अब तो, यदा कदा ही दिखता…

नार परायी

Hindi Kavita -नार परायी

नार परायी ( Naar Parai )     मिले हम मिले नही पर, मन से साथ रहेगे हम। नदी के दो किनारे से पर, मन से साथ रहेगे हम। मिलन ना अपना है ये,भाग्य विधाता ने लिखा है, मगर हुंकार सुनो इस दिल से,मन मे साथ रहेगे हम।   कर्म तुम अपना आप करो हम,अपना…

यही जीवन है

Hindi Poetry On Life | Hindi Ghazal -यही जीवन है!

यही जीवन है! ( Yahi Jeevan Hai ) ***** जीवन पथ में कभी कभी कुछ ऐसा होता है रोम रोम क्षण में पुलकित होता है। धूम धड़ाका पार्टी शार्टी गाजे बाजे संग बाराती प्रीतिभोज की होती तैयारी अधरो पर मुस्कान बिखर जाती चहुंओर खुशियां ही खुशियां नजर है आती। तो कभी एक पल में कर…