पुलवामा के वीरों को श्रद्धांजलि

veero ko shradhanjali-पुलवामा के वीरों को श्रद्धांजलि

पुलवामा के वीरों को श्रद्धांजलि ( Pulwama Ke Veero Ko Shradhanjali ) ********* पुलवामा के वीरों की होगी कभी न शहादत फीकी पीढ़ियां रखेंगी दिलों में जिंदा वीरता से लड़े हो आप न होने दिया हिंद को शर्मिंदा। लहू का एक एक कतरा वो अमिट निशान छोड़ गया है उसी खून के खौफ से आज…

Love kavita | Mohabbat  |-मोहब्बत|

Love kavita | Mohabbat |-मोहब्बत|

मोहब्बत ( Mohabbat | Love kavita ) मोहब्बत कैसी होती हैं जुदाई कितनी रोती है ।। चैन आए नहीं रैन जाए नहीं रात बेबसी में नीद आए नहीं कटती नहीं है रात जल्दी सुबह नहीं होती है । मोहब्बत …… प्यार जलता रहे दिल पिघलता रहे हर घड़ी ख्वाब में फूल खिलता रहे जलती रहे…

बंटवारा

Hindi Kavita | Hindi Poem | Hindi Poetry -बंटवारा

बंटवारा ( Batwara )   नही नफरत की बातें हो,चलों हम प्यार करते है। भुला के सारे शिकवे गम, मोहब्बत आज करते है।   नही कुछ मिलने वाला है, तिजारत से यहाँ हमकों, इसी से कह रहा हूँ मैं, चलों दिल साफ करते है।   जो बो दोगे धरा पर, बाद में तुम वो ही…

प्यार में तू करनी ये दग़ा छोड़ दें

Sad Shayari | Udasi Bhari Shayari -प्यार में तू करनी ये दग़ा छोड़ दें

प्यार में तू करनी ये दग़ा छोड़ दें ( Pyar Mein Too Karni Ye Daga Chhod De )   प्यार में तू करनी ये दग़ा छोड़ दें! दर्द ग़म की  देनी ये  सजा छोड़ दें   दें दवा उम्रभर साथ देने की तू हिज्र की देनी तू ये दवा छोड़ दें   बावफ़ा से भरा…

यह कैसा व्यवहार ?

Hindi Kavita | Hindi Poetry On Life -यह कैसा व्यवहार

यह कैसा व्यवहार ? ( Ye Kaisa Vyavahar )   ***** मरणशील हो जिस मां ने हमें जीवन दिया है, वयस्क हो हमने ही उन्हें शर्मिंदा किया है। झेली असह्य पीड़ा हमारी खुशियों की खातिर, बर्ताव किया हमने उनसे होकर बड़े शातिर। जिसने अपनी खुशियों का कर दिया संहार, हमने उस मां की ममता को…

मैं और मेरे श्रोता

Hindi Kavita | Hindi Poem| Hindi Poetry -मैं और मेरे श्रोता

मैं और मेरे श्रोता ( Main Aur Mere Shrota ) ** जी भर के मुझ को देखो थोड़ा सा मुस्कुराओ हम सामने तुम्हारे पलके झुका रहे है ** दिल में उतरने का  वादा जो कर रही हूँ तुमसे भी लूंगी वादा दिल में बसाये रखना ** एसी बातो से ना हमको निराश करना हम गीत…

गुलाब कहूं या बहार कहूं

Love Shayari | Romantic Ghazal -गुलाब कहूं या बहार कहूं

गुलाब कहूं या बहार कहूं   ( Gulab Kahoon Ya Bahar Kahoon )   गुलाब   कहूं   या   बहार   कहूं। तुम्ही बतादो क्या मैं यार कहूं।।   हम मुशाफिर है हमें क्या मालूम, तुम्हें  कश्ती  नदी पतवार कहूं।।   अजीब शर्त है इस महफिल की, अगर  कहूं  तो  बार बार कहूं।।   जिंदगी में ये कैसी…

चलते चलते हुए रुक जाऊं

Hindi Poetry On Life | Hindi Geet -चलते चलते हुए रुक जाऊं

चलते चलते हुए रुक जाऊं  (Chalte Chalte Hue Ruk Jaoon )   चलते चलते मैं रुक जाऊं तो तुम मत घबराना मीत   याद हमारी आएगी तो आंसू नहीं बहाना मीत।   हम दोनों का प्यार पुराना पावन निर्मल निश्चल है   हृदय एक है प्राण एक है दोनों में ही मन का बल है…

Jaam Hum Pite Nahi

Sad Shayari | Amazing Urdu Poetry -जाम हम पीते नहीं

जाम हम पीते नहीं ( Jaam Hum Pite Nahi )     जाम हम पीते नहीं!  ग़म में हम रोते नहीं   याद उसकी आती है रात भर  सोते नहीं   प्यार करना जाने है नफ़रत हम करते नहीं   ग़म मिला उल्फ़त में वो जख़्म भी भरते नहीं   तल्ख़ बोले वो बातें प्यार…

कहानी मेरी

Hindi Kavita| Sad Shayari In Hindi | Hindi Poem -कहानी मेरी

कहानी मेरी ( Kahani Meri )     क्या  कहूँ  तेरे  बिना – क्या है ये जिंदगानी  मेरी; तुझसे शुरु तुझपे ख़त्म ये छोटी-सी कहानी मेरी ।   ना  भूख,  ना प्यास,  दिल घायल,  बेचैन रूह है; तुझे क्या बताऊँ क्या-क्या नहीं है परेशानी मेरी ।   जो  बेशक़ीमती लम्हें हमने तेरे साथ गुज़ारे थे;…