जीस्त में जिसकी यहां तो मुफलिसी है

Emotional Sad Shayari -जीस्त में जिसकी यहां तो मुफलिसी है

जीस्त में जिसकी यहां तो मुफलिसी है ( Jist Mein Jiski Yahan To Muphlasi Hai )     जीस्त में जिसकी यहां तो मुफ़लिसी है जीस्त में उसके भला क्या फ़िर ख़ुशी है   मयकशी ही कौन करता है उल्फ़त की रोज़  होती  नफ़रतों  की मयकशी है   अब  दिखाता  ग़ैर  होने की वो आंखें…

सितम ढा रही है अदा आपकी ये

Romantic Ghazal | Love Kavita -सितम ढा रही है अदा आपकी ये

सितम ढा रही है अदा आपकी ये ( Sitam Dha Rahi Hai Ada Aapki Ye ) सितम ढा रही है अदा आपकी ये। सहे  जा  रहे हैं  खता आपकी ये।।   मजा भी बहुत है सजा जो मिली है। निगाहें है कातिल जुदा आपकी ये।।   हो  अब  दूर  कैसे  तेरे गेसुओं से। हमें नित…

भारत मे हिंगलिश का प्रयोग सबसे पहले कब और किसने किया था

भारत मे हिंगलिश का प्रयोग सबसे पहले कब और किसने किया था

हम लोग अपनी बोलचाल की भाषा में कई सारी भाषाओं का प्रयोग करते हैं अधिकतर हिंदी भाषी क्षेत्र के लोग हिंदी के साथ-साथ अंग्रेजी के भी कई शब्द बोलते हैं जिसे आजकल लोग हिंगलिश के नाम से जानते हैं लेकिन हिंगलिश का प्रयोग सबसे पहले कब हुआ था और किसने किया था कि आपको पता…

कर गया दुश्मनी की वो ही बात है

sad shayari -कर गया दुश्मनी की वो ही बात है

कर गया दुश्मनी की वो ही बात है ( Kar Gaya Dushmani Ki Wo Hi Baat Hai )     कर गया दुश्मनी की वो ही बात है दोस्ती की करी जिससें शुरुवात है   प्यार मेरा नहीं है किया हाँ क़बूल दिल के उसनें नहीं समझें जज्बात है   नफ़रतों की ही बरसात होती …

टिकैत बाबा और मनचाहे गीत

Hindi Kahani | Kahani टिकैत बाबा और मनचाहे गीत

तब रामू की उम्र 13-14 वर्ष रही होगी जब वह अपनी भैंस चराने दूर खेतों में ले जाता था। हर रोज दोपहर 3 बजे स्कूल से आने के बाद वह झटपट खाना खाता और अपनी प्यारी छड़ी ( जिसे वह भैंस चराने के लिए उपयोग करता था ) लेकर भैंस खूंटे से छोड़ देता। भैंस…

आज के बच्चे

Hindi Kavita| Hindi Poem | Hindi Poetry आज के बच्चे

आज के बच्चे ( Aaj Ke Bache ) आज के बच्चे बड़े चालाक करने लगे मोबाइल लॉक खाने पीने में होशियार रोवे  जैसे रोए सियार मांगे बाप से रोज ए पैसा बोले बात पुरानिया जैसा पापा  के पेंट से टॉफी खोजें नहीं मिले तो फाड़े मोजे खाए आम अनार और केला देखे घूम -घूम कर…

बेटियॉं

Hindi Kavita on Betiyan -बेटियॉं

बेटियॉं ( Betiyan )   पढ़  रही  हैं बेटियॉं, बढ़ रहीं हैं बेटियॉं। रोज नये कीर्तिमान, गढ़ रहीं हैं बेटियॉं।       बेटियॉं नहीं दुख की, नीर भरी बदरी है, बेटियॉं नहीं कोई, आफ़त की गगरी है।       बेटियॉं  श्रृंगार और,सृजन की गठरी है, ऊंची-ऊंची सीढ़ियां,चढ़ रहीं हैं बेटियॉं।      …

दिल में खुशियां हजार आ जाती

love kavita || दिल में खुशियां हजार आ जाती

दिल में खुशियां हजार आ जाती ( Dil Mein Khushiyan Hajar Aa Jati )   दिलमें खुशियां हजार आ जाती, तुम  जो आते बहार आ जाती।।   सुना  है  अपनों  ने ठुकराया है, मेरे घर भी एक बार आ जाती।।   तेरे कंधे पर सिर मैं रख देता, आंसुओं की फुहार आ जाती।।   मुंतजिर…

तुम इतनी कठोर

sad shayari in hindi || तुम इतनी कठोर

तुम इतनी कठोर ( Tum Itni Kathor )   तुम इतनी कठोर कैसे हो सकती हो..? क्या भूले से भी मेरे नाम से तुम्हारा दिल नहीं धड़कता…..   तुम्हारे दिल में मेरे लिए थोड़ा सा भी प्रेम नहीं है क्या जो इतनी बे-मुरोव्वत बन गई हो….   एक हमारी हालात है कि एक पल का…

क्या तुम किसान बनोगे ?

Hindi Kavita on Kisan || क्या तुम किसान बनोगे ?

क्या तुम किसान बनोगे ? ( Kya Tum Kisan Banoge ? ) जब भी छोटे बच्चों से पूछा जाता है- कि तुम बड़े होकर क्या बनोगे ?… सब कहते हैं कि हम बड़े होकर- डॉक्टर, वकील, इंजीनियर , शिक्षक या व्यापारी बनेंगे । परंतु कोई ये नहीं कहता कि हम बड़े होकर किसान बनेंगे ;…