Emotional Sad Shayari -जीस्त में जिसकी यहां तो मुफलिसी है
जीस्त में जिसकी यहां तो मुफलिसी है ( Jist Mein Jiski Yahan To Muphlasi Hai ) जीस्त में जिसकी यहां तो मुफ़लिसी है जीस्त में उसके भला क्या फ़िर ख़ुशी है मयकशी ही कौन करता है उल्फ़त की रोज़ होती नफ़रतों की मयकशी है अब दिखाता ग़ैर होने की वो आंखें…