त्रेता सम अहसास | Treta Sum Ehsaas
त्रेता सम अहसास
( Treta sum ehsaas )
कलयुग में हो रहा,त्रेता सम अहसास
हिंद रज रज अति हुलसित,
निहार राम मंदिर निर्माण ।
कल्पना भव्य साकार रूप,
जनमानस स्पर्श पथ निर्वाण ।
बाईस जनवरी दो हजार चौबीस,
सर्वत्र रामलला प्राण प्रतिष्ठा उजास ।
कलयुग में हो रहा त्रेता सम अहसास ।।
जय श्री राम उद्घोष तरंग,
संपूर्ण ब्रह्मांड गूंजायमान ।
सनातनी आभा शीर्ष पटल,
धर्म आस्था मर्यादा आह्वान ।
स्नेह प्रेम अमिय धार संग,
चिंतन मनन अनूप खास ।
कलयुग में हो रहा, त्रेता सम अहसास ।।
हिंद संस्कृति संस्कार अंतर ,
मर्यादा पुरुषोत्तम परम स्थान ।
आदर्श चरित्र प्रेरणा महापुंज,
हर पल आदर आज्ञापालन ध्यान ।
वंश कुल परिवार गौरव वंदित,
परस्पर संबंध अपनत्व उल्लास।
कलयुग में हो रहा,त्रेता सम अहसास ।।
सरयु तट स्थित साकेत नगरी,
अप्रतिम पौराणिक महत्ता ।
अवतरण स्थल भगवान राम,
राजधानी कोसल अनूप सत्ता ।
वर्तमान मंदिर निर्माण गतिमान,
देशवासियों संग प्रधानमंत्री मोदी जी प्रयास ।
कलयुग में हो रहा, त्रेता सम अहसास ।।
नवलगढ़ (राजस्थान)