उफ़ | Uff
उफ़!
( Uff )
किसी पुराने टूटे
ख्वाब की कोई
किरचन
उफ़!
कितनी कभी
चुभती है
रड़कती है
चैन से
आँख बंद कर
सोने भी
नहीं देती
.
.
.
न अश्क
बन बहती है
लेखिका :- Suneet Sood Grover
अमृतसर ( पंजाब )
( Uff )
किसी पुराने टूटे
ख्वाब की कोई
किरचन
उफ़!
कितनी कभी
चुभती है
रड़कती है
चैन से
आँख बंद कर
सोने भी
नहीं देती
.
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न अश्क
बन बहती है
लेखिका :- Suneet Sood Grover
अमृतसर ( पंजाब )
जान लेलेगा इंतजार मुझे किसने ये कह दिया बीमार मुझे। जान ले लेगा इंतजार मुझे ।। आखिरी हिचकी भी आजायेगी, देख न ऐसे बार बार मुझे ।। दौलते इश्क तो मिली ही नही, लोग कहते हैं मालदार मुझे।। कभी खुद आईने में देखा नहीं, दूसरों पर रहा एतबार मुझे ।।…
निगाहें अश्कों में ही तर रही है! निगाहें अश्कों में ही तर रही है! यादें दिल पे देती नश्तर रही है मुहब्बत की नजर से क्या देखेगा वो आंखों प्यार से बंजर रही है सहारा दें वफ़ा से जो हमेशा निगाहें ढूंढ़ती वो दर रही है उल्फ़त के तीर कब…
हाँ उधर से गुलाब आ जाये! ( Han udhar se gulab ajaye ) हाँ उधर से गुलाब आ जाये! प्यार का कब ज़वाब आ जाये कब तक मैं इंतिजार देखूँ रब इश्क़ की अब क़िताब आ जाये मुझको रुला गया मुहब्बत में उसकी आँखों में आब आ जाये कर गये बेवजह…
दोस्त वीरान ये जिंदगी है अभी दोस्त वीरान ये जिंदगी है अभी दूर मेरे ही दिल से ख़ुशी है अभी जोड़ा उससे नहीं दोस्ती का रिश्ता वो मेरे ही लिये अजनबी है अभी भूलने की कोशिश कर ली उसकी बहुत दिल में उसके लिये बेकली है अभी देख लिया प्यार…
जीस्त में जब ख़ुशी नहीं मिलती जीस्त में जब ख़ुशी नहीं मिलती ! दिल को राहत कभी नहीं मिलती नफ़रतों के चराग़ जलते है हर दिल में आशिक़ी नहीं मिलती हो गये लोग बेवफ़ा दिल से अब सही दोस्ती नहीं मिलती यार ढूंढू मै कैसे मंज़िल को । राह में…
बेवफ़ा का ग़म नहीं करना कभी ( Bewafa ka gham nahi karna kabhi ) ग़म का तू आलम नहीं करना कभी! प्यार दिल से कम नहीं करना कभी भूल जाना तू उसे दिल से सदा बेवफ़ा का ग़म नहीं करना कभी दोस्त सच्चा जो हुआ तेरा नहीं तू उसका मातम नहीं…