उफ़ | Uff
उफ़!
( Uff )
किसी पुराने टूटे
ख्वाब की कोई
किरचन
उफ़!
कितनी कभी
चुभती है
रड़कती है
चैन से
आँख बंद कर
सोने भी
नहीं देती
.
.
.
न अश्क
बन बहती है
लेखिका :- Suneet Sood Grover
अमृतसर ( पंजाब )
( Uff )
किसी पुराने टूटे
ख्वाब की कोई
किरचन
उफ़!
कितनी कभी
चुभती है
रड़कती है
चैन से
आँख बंद कर
सोने भी
नहीं देती
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न अश्क
बन बहती है
लेखिका :- Suneet Sood Grover
अमृतसर ( पंजाब )
दिल नहीं यूं ज़रा जला प्यारे ( Dil nahin yoon zara jala pyare ) दिल नहीं यूं ज़रा जला प्यारे गीत कोई ग़ज़ल सुना प्यारे प्यार का गुल कबूल कर ले तू बेवफ़ा दिल नहीं दिखा प्यारे गैर आँखें न कर मरासिन में आंख से आंख तू मिला प्यारे व़क्त कटता…
है वो आज़म गुलाब सा चेहरा है वो आज़म गुलाब सा चेहरा ! जैसा हुस्ने शबाब सा चेहरा ।। मैं पढ़ूँ उसके शब्द उल्फ़त के । वो दिखे पर क़िताब सा चेहरा।। देखकर प्यार का नशा होता। है वो ऐसा शराब सा चेहरा।। प्यार आता बहुत मुझे उस पर…
बिल्कुल फींके-फींके हैं ईद के लम्हात भी किस हद तक बदल गए हैं, गांव के हालात भी, बिल्कुल फींके-फींके हैं, ईद के लम्हात भी। कल तक जो मेरे चरणों को छूते रहते थे लेकिन आज नहीं करते हैं वो सीधे मुंह से बात भी। सोचे तो कोई जाने भी, कितनी तन्हा लगती है, एक…
प्यार के वो मैं इशारे ढूँढता हूँ ( Pyar ke woh main ishare dhoondta hoon ) प्यार के वो मैं इशारे ढूंढ़ता हूँ ऐसे आंखों के सहारे ढूंढ़ता हूँ जिंदगी को दें ख़ुशी जो ये हमेशा शहर में ही वो गुजारे ढूंढ़ता हूँ प्यार के डूबा हूँ मैं दरिया में ऐसा…
है गुल से हम को उलफ़त तो ख़ार भी है प्यारा है गुल से हम को उलफ़त तो ख़ार भी है प्यारा। गुलशन में खुश वही है जो समझ गया इशारा।। पत्थर पे मैंहदी पिसती अग्नि में तपता सोना। दुःखों को सहन करके जीवन सभी निखारा।। हम डूब जायें बेशक…
उससे हुई उल्फ़त की बात आख़री ( Usase Hui Ulfat Ki Baat Aakhari ) उससे हुई उल्फ़त की बात आख़री होना जुदा उससे मुलाक़ात आख़री हां रास शहर की बरसातें आयी कब है प्यार की मुझपे बरसात आख़री ग़म दर्द अश्क़ आंखों में मिले मेरी वो प्यार लिक्खे अब नग्मात आख़री परदेश जा रहा लौटेगा…