जो अम्बेडकर को पढ़ेगा
जो अम्बेडकर को पढ़ेगा
पूरी ईमानदारी से-
जो गाँधी और मार्टिन को पढ़ेगा,
वो सत्य-अहिंसा का मार्ग चुनेगा;
जो भगत और चे को पढ़ेगा
वह निश्चित ही क्रांति करेगा;
जो लोहिया व लेनिन को पढ़ेगा
वो समाजवाद की दुनिया रचेगा;
जो सावित्रीबाई-टरेसा को पढ़ेगा
वो शिक्षा-सेवा का पथ चुनेगा;
जो सुकरात-पेरियार को पढ़ेगा,
वह मंदिर-मस्जिद की जगह
स्कूल-कालेज की राह चुनेगा…
और जो अकेले अम्बेडकर को पढ़ेगा-
उसकी तरह ईमानदारी से संघर्ष करेगा,
समाज के हक़ों की लड़ाई लड़ेगा,
वही अंतत: राजा का जीवन जिएगा;
मरे बाद भी सबके दिलों में राज करेगा-
जो अम्बेडकर को पढ़ेगा ।