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आश हम्द की शायरी | Aash Hamd Shayari

आश हम्द की शायरी | Aash Hamd Shayari

संघर्ष ही जीवन है संघर्ष ही जीवन है इसके साथ ही आगे बढ़ना है,एक बार चल पड़े हैं तो अब पीछे नहीं मुड़ना है। ररुकावटें मौज बन आती ही जा रही हैं राहों में,क़ैद है ज़िंदगी जैसे इस दुनिया की निगाहों में, इन नज़र के सलाखों को हर हाल में तोड़ना है,जब चल पड़े हैं…

नाज की शायरी | Naaz Shayari

नाज की शायरी | Naaz Shayari

सबकुछ मैने कुछ गमों को छुपा रखा हैमेरे हाल ने सबकुछ बता रखा है कहने को कुछ उदासियां है मेरे अन्दरसब कुछ मैने हसी में डाल रखा है मेरे अल्फाज कुछ दर्द भरे हैंमेरे दिल मे तूफान आ रखा है मेरे कदमों में जान नहीं बची हैमैने कदमों को मुश्किल राह में डाल रखा है…

निवातिया की शायरी | Nivatiya ki Shayari

निवातिया की शायरी | Nivatiya ki Shayari

तुम क्या जानो किस दौर से गुज़र रहा हूँ तुम क्या जानो किस दौर से गुज़र रहा हूँ,डाली से टूटे फूल की तरह बिखर रहा हूँ ! ख़ाक से उठकर निखरने की कोशिश में,जर्रा-जर्रा जोड़कर फिर से संवर रहा हूँ ! दर्द-ओ-ग़म के ज्वार भाटे डूबा कई दफा,वक़्त की लहरों संग धीरे धीरे उबर रहा…

2 लाइन दोस्ती शायरी

2 लाइन दोस्ती शायरी | Dosti Shayari in Hindi 2 Line

2 लाइन दोस्ती शायरी 1. अपना हाथ थमा उसने मुझे उठाया है, दोस्त ने मेरे मुझे हर लम्हा हंसाया है। 2. दोस्ती को उसके देख तस्कीन मिल गई, वो जो गुजरा था एक रोज रहगुजर से मेरे। 3. पन्नों पर आज मैंने एक सिफ़ारिश लिखी है, एक दोस्त की दोस्ती की बातें लिखी है। सुमन…

Eid Mubarak Shayari in Hindi

ईद मुबारक शायरी | Eid Mubarak Shayari in Hindi

ईद मुबारक शायरी ( Eid Mubarak Shayari ) खोल दीजिए रंजिशों की अब यह बेड़ियाँ, ख़त्म कीजिए नफ़रतों की यह सरगर्मियाँ, मिट जाने दीजिए ये फ़ासले जो हायल हैं, हासिल क्या होगा बढ़ा के दिलों में दूरियाँ, एहसासो-जज़्बात जो पड़ गए हैं, मांद से, भर दीजिए, आज इनमें ईद की रौशनियाँ, ग़ैरों को भी इस…

Janm leti hai ghazal

जन्म लेती है ग़ज़ल तो शायरी की कोख से | Ghazal

जन्म लेती है ग़ज़ल तो शायरी की कोख से ( Janm leti hai ghazal to shayari ki kokh se )     जन्म लेती है ग़ज़ल तो शाइरी की कोख से जिंदगी मिलती है जैसे जिंदगी की  कोख से   देखिए वरना अमीरी कब पड़फती है भूखी भूख की आहें उठती है मुफ़लिसी की कोख…

टपकती उसके न लब से शबनमी है

आज़म की शायरी | Aazam ki shayari

कब मुझे कब मुझे ही करार मिलता है ग़म यहाँ बेशुमार मिलता है कर लिये फोन भी बहुत उसको कब मुझे आकर यार मिलता है सिर्फ़ अब तो भरी हसद दिल में कब दिलों में ही प्यार मिलता है कब किसे ही सनम मयस्सर हो इश्क में इंतिज़ार मिलता है इश्क़ से ही अमीर होते…

हम तो टेंट वाले हैं | Hum to Tent Wale Hain

हम तो टेंट वाले हैं | Hum to Tent Wale Hain

लाल किले में आजादी जश्न के मौके पर हर साल मुशायरा होता है। ऐसे ही कम से कम 40 या थोड़ा उससे आगे या पीछे वक्त की बात है। एक मुशायरा चल रहा था। जनवरी की ठंड थी, लेकिन श्रोताओं की वाहवाही और शायरों के एक से बढ़कर ग़ज़ल और शायरी से ठंड का नामोनिशान…

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में विश्व उर्दू दिवस का आयोजन

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में विश्व उर्दू दिवस का आयोजन, अल्लामा इक़बाल की जयंती पर गूंजा गंगा-जमुनी तहजीब का संदेश

आज कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के भाषा एवं कला संकाय के अन्तर्गत चल रहे उर्दू विभाग ने विश्व उर्दू दिवस का आयोजन किया यह दिवस अल्लामा इक़बाल की जयंती पर मनाया जाता है कार्यक्रम का मंच संचालन उर्दू विभाग के शिक्षक मनजीत सिंह ने किया। गंगा जमुना तहजीब की पहचान है उर्दू भाषा पर वक्तव्य हुआ। इस…

तीर बरसाता है पर नायक नहीं है

तीर बरसाता है पर नायक नहीं है

तीर बरसाता है पर नायक नहीं है तीर बरसाता है पर नायक नहीं हैशायरी करता है संहारक नहीं है अनकहे अध्याय इंसा क्या पढ़ेगाज़िंदगी जीता है संचालक नहीं है वेदना ही वेदना है शायरी मेंवृक्ष यह भी कोई फलदायक नहीं है वो जो दौलत के लिए रिश्ते ही छोड़ेआदमी तो है मगर लायक़ नहीं है…