आओ मिलकर प्यार लिखें
आओ मिलकर प्यार लिखें

आओ मिलकर प्यार लिखें

( Aao milkar pyar likhen )

 

प्रेम और सद्भावों की
मधुर मधुर बयार लिखे
खुशियों भरा महकता
सुंदर सा संसार लिखे
मधुर गीतों की लड़ियां गा
गुल गुलशन गुलजार लिखें
अपनापन अनमोल जग में
आओ मिलकर प्यार लिखें

 

जहां नेह की बहती धारा
पावन गंगा की धार लिखें
जहां दिलों में प्रेम उमड़ता
मां का प्यार दुलार लिखे
शब्द शब्द मोती बन बरसे
वीणा की झंकार लिखें
दुनिया के कोने कोने में
आओ मिलकर प्यार लिखें

 

आस्था विश्वास प्रेम को
सुमधुर आधार लिखें
सद्भावों का परचम लहरे
गुलशन सी बहार लिखें
तूफां से टक्कर लेने को
रणयोध्दा तैयार लिखें
जीवन के हर एक मोड़ पर
आओ मिलकर प्यार लिखें

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कवि : रमाकांत सोनी

नवलगढ़ जिला झुंझुनू

( राजस्थान )

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