अरमान 2024 के
( Arman 2024 ke )
जीवन में सुख हर्ष हो, गुजरे कुछ यूँ साल।
अब के सावन में भरें, कुएँ बावड़ी ताल।।
छुएँ बुलंदी ख़्वाहिशें, पूरे हों सब ख़्वाब।
अंतस में सबके सदा, खिलते रहें गुलाब।।
मुखड़े पर मुस्कान हो, मन में रहे उमंग।
जीवन भर उड़ते रहें, हँसी ख़ुशी के रंग।।
भले लोग जीते यहाँ, दुष्टों की हो हार।
जो जोड़े इस देश को, उनकी हो सरकार।।
इंसां इंसां में कभी, कहीं न हो तक़रार।
हर ज़ानिब इस देश में,हो आपस में प्यार।।
चहुँओर होवें प्रशस्त, फ़क़त प्रेम के पंथ।
नफ़रत के दस्तूर का, हो जाए अब अंत।।
प्रकाश प्रियम
लखेर,बाया-मनोहरपुर,आमेर,जयपुर (राज.)