नये रंग भरने वाला था | Ghazal Naye Rang

नये रंग भरने वाला था ( Naye Rang Bharne Wala Tha ) हमारा जाम मुहब्बत से भरने वाला था कोई उमीद की हद से गुज़रने वाला था जवाब...

साये चले | Ghazal Saaye Chale

साये चले ( Saaye Chale ) ऐसे ऐसे अंधेरे कि साये चले पाँव डर डर के हम भी बढ़ाये चले जश्न तेरी ख़ुशी का मनाये चले अश्क पलकों में...

तेरी दीद के बाद | Teri Deed ke Baad

तेरी दीद के बाद ( Teri deed ke baad ) जहां में कुछ नहीं नायाब तेरी दीद के बाद कहाँ से आये कोई ख़्वाब तेरी दीद के...

सौगात सावन में | Saugaat Sawan Mein

सौगात सावन में ( Saugaat Sawan Mein ) तुम्हारी चाहतें हमको मिली सौगात सावन में । जताकर प्यार को अब हम करें शुरुआत सावन में ।१ बढ़ाना...

मुझपे ऐतबार कर | Ghazal Mujhpe Aitbaar Kar

मुझपे ऐतबार कर ( Mujhpe Aitbaar Kar ) शिकायतें हज़ार कर तू यार बार बार कर मगर हैं इल्तिज़ा यही की मुझपे ऐतबार कर। खफ़ा हो यूं...

क्या लिखूं मैं | Ghazal Kya Likhun Main

क्या लिखूं मैं ( Kya Likhun Main ) क्या लिखूं मैं शाइरी में दर्द आंसू ज़िंदगी में वो नज़र आया नहीं है खूब ढूँढ़ा हर गली में भूल जा...

गुरुवर विनय साग़र | Guruvar Vinay Sagar

गुरु पूर्णिमा के पुनीत पर्व पर मैं अपने उस्ताद शायर ज़नाब विनय साग़र जायसवाल, बरेली-उ०प्र० को शत्-शत् प्रणाम करता हूँ। ग़ज़ल की दुनिया में...

संभालते क्यों हो | Ghazal Sambhalte Kyon Ho

संभालते क्यों हो ( Sambhalte Kyon Ho ) हजारों ऐब वो मुझ में निकालते क्यों हैं मैं गिर रहा हूँ तो मुझको संभालते क्यों हैं दिखा है...

सूरज निकाल देता है | Ghazal Suraj Nikal Deta Hai

सूरज निकाल देता है ( Suraj Nikal Deta Hai )   बड़ी अजीब सी उलझन में डाल देता है मेरे सवाल को हँस हँस के टाल देता...

मुक़द्दर से सामना है मेरा | Muqaddar se Samna hai Mera

मुक़द्दर से सामना है मेरा ( Muqaddar se Samna hai Mera ) बड़े अजीब से मंज़र से सामना है मेरा बग़ैर कश्ती समुंदर से सामना है...