देश के हर अदू मिटा दूंगा | Desh ke Har Adoo Mita Dunga
देश के हर अदू मिटा दूंगा ? ( Desh ke har adoo mita dunga ) देश के हर अदू मिटा दूंगा ? ज़िस्म से रूह तक जला दूंगा फ़िर अदू वो इधर न आयेगा सरहदों पर पहरे लगा दूंगा दुश्मनों का निशाँ मिटाकर हर देश को रोज़ वो वफ़ा दूंगा हर घड़ी हो वतन सलामत…