साहब

साहब | Sahab par Kavita

साहब ( Sahab )   जब भी मुॅंह को खोले साहब। कड़वी बोली बोले साहब।   नफरत दिल में यूॅं पाले हैं, जैसे साॅंप, सॅंपोले साहब।   राजा के संग रंक को क्यों, एक तराजू तोले साहब।   भीतर कलिया नाग बसा है, बाहर से बम भोले साहब।   वोट के लिए दर-दर घूमे, बदल-बदल…

आया राखी का त्यौहार 

आया राखी का त्यौहार | Geet rakhi par

आया राखी का त्यौहार  ( Aaya rakhi ka tyohar )   आया राखी का त्यौहार आया राखी का त्यौहार कलाई पर बांध रही है बहना लेकर हर्ष अपार आया राखी का त्यौहार   एक रेशम की डोर लाई, बहना छम छम करती आई। चंदन तिलक लगा माथे पर, बहना करती मंगलाचार। आया राखी का त्यौहार   महक रहा…

राखी का त्यौहार

राखी का त्यौहार | Kavita Rakhi ka tyohar

राखी का त्यौहार ( Rakhi ka tyohar )   बात-बात पे लड़ना, बात -बात पे झगड़ना, कभी रूठना ,कभी मनाना, कभी अड़ना;   बड़ा नटखट है- भाई बहन का प्यार, देखो, आ गया ये राखी का त्यौहार ।। सतरंगी रंगों में चमक रही हैं राखियाँ, हर तरफ़ बिखरी हैं सैकड़ों मिठाइयाँ;   आज पूरी तरह…

रेशम की डोरी बहना का प्यार

रेशम की डोरी बहना का प्यार | Raksha bandhan par kavita

रेशम की डोरी बहना का प्यार ( Resham ki dori behna ka pyar )     रेशम की डोरी राखी, भाई बहन का प्यार। त्यौहार सद्भावों भरा, राखी बंधवाइये।   कच्चे धागों में लिपटा, प्रेम सुधारस सार। रक्षासूत्र बांधकर, संबंध निभाइये।   अक्षत चंदन रोली, बहना लै बांधे राखी। रिश्तो की डोर को, पावन बनाइए।…

लो आया राखी का त्यौहार

लो आया राखी का त्यौहार | Geet

लो आया राखी का त्यौहार ( lo aaya rakhi ka tyohar )   लो आया राखी का त्यौहार, बरसे भाई बहन का प्यार, कच्चे धागों में बसता है, सुहाने रिश्तो का संसार, लो आया राखी का त्यौहार-2   माथे चंदन अक्षत रोली, बहना नेह भरी रंगोली, कलाई पर बांध रही है, बहना अपना प्यार, लो…

ईश प्रार्थना बल देती है

ईश प्रार्थना बल देती है

ईश प्रार्थना बल देती है ( Eesh prarthana bal deti hai )   ईश प्रार्थना बल देती, हिम्मत और संबल देती है। आस्था विश्वास प्रेम से, उर में शक्ति भर देती है।   मनोकामना पूरी करके, खाली झोली भर देती है। आशाओं के दीप जला,ईश प्रार्थना बल देती है।   हर लेते प्रभु संकट सारे,…

सियासत बहुत है

सियासत बहुत है | Siyasat Par Kavita

सियासत बहुत है ( Siyasat bahot hai )   मेरी तालीम मुझसे कहती सियासत बहुत है… हंसती दुनिया को रुलाती सियासत बहुत हैl   कोई हमें बताए जरा हम महफूज कैसे रहे ….. भाई को भाई से लड़ाती सियासत बहुत है।   फूलों की खुशबू सा महकता जीवन अपना …. हवाओं में  जहर घोलती  सियासत…

देखो हवाओं में जहर घोला जा रहा

देखो हवाओं में जहर घोला जा रहा | Paryavaran Par Kavita

देखो हवाओं में जहर घोला जा रहा ( Dekho hawaon mein zehar ghol ja raha )   देखो हवाओं में जहर घोला जा रहा ….. जंगलों को जड़ो से है काटा जा रहा  ….. देखो यहां ऑक्सीजन है नहीं फिर भी…. शहरों में आलीशां महल बनाया जा रहा ।   लगा कर  पेड़ हम  जमीं…

कुर्बानियां आंदोलन के चक्रव्यूह में मिली हमें आजादी थी

“कुर्बानियां आंदोलन के चक्रव्यूह में मिली हमें आजादी थी”

“कुर्बानियां आंदोलन के चक्रव्यूह में मिली हमें आजादी थी” क्रांतिकारियों के हृदय में भड़की आजादी की चिंगारी थी। गुलामी के प्रांगण में, रची आजादी की कहानी थी। वह तो स्वतंत्रता सेनानी की कुर्बानी थी। वह तो स्वतंत्रता सेनानी की कुर्बानी थी। लाल कुर्ती में बजाया आजादी का था बिगुल। छेड़ कर महासंग्राम चटाई अंग्रेजों को…

Desh ke Naam

24+ Desh Bhakti Kavita in Hindi देश भक्ति कविता हिंदी में

यह विद्वानों और उत्कृष्ट कवियों द्वारा लिखित हिंदी में सर्वश्रेष्ठ देशभक्ति कविताओं (desh bhakti kavita in hindi) का संग्रह है। हर साल 26 जनवरी को भारत अपने गणतंत्र दिवस पूरे उत्साह के साथ मनाता है। इस दिन, सेना परेड शुरू करती है, एयर शो प्रदर्शित करती है, और सैनिकों और योग्य उम्मीदवारों को बहादुरी पुरस्कार…