जीवन रूपी यात्रा | Kavita Jeevan Rupi Yatra

जीवन रूपी यात्रा | Kavita Jeevan Rupi Yatra

जीवन रूपी यात्रा ( Jeevan Rupi Yatra )   श्री हरि ने भेजा संसार में जीवन रूपी यात्रा करने पूर्ण l मां के आंचल की छांव में जीवन रूपी यात्रा का हुआ आगाज l पाल ~ पोश बड़ा किया स्नेह दिया भरपूर l पढ़ा~लिखा शादी कर बसाया गृहस्थ संसार l यहां तक की यात्रा में…

बारिश

बारिश | Barish Poem in Hindi

बारिश ( Barish ) बारिश जब जब आती है, खुशियां लेकर आती है। धरती मां की प्यास बुझाती, किसान के मन में खुशियां लाती। मोर पपीहा कोयल गाये, सब जीवों की प्यास बुझाए। फल, फूल और हरियाली लाए, जब जब भी बारिश आए। यह बच्चों के मन को भाए, कागज की वह नाव चलाए। बारिश…

Uttarakhand Culture Festival

बुलन्दी साहित्य संस्था द्वारा उत्तराखंड संस्कृति महोत्सव एवं कवि सम्मेलन आयोजित

गोपेश्वर(चमोली, उत्तराखंड)- बुलंदी साहित्यिक सेवा समिति पंजीकृत अंतरराष्ट्रीय स्तर के राष्ट्रीय न्यूज मीडिया प्रभारी गुरुदीन वर्मा के अनुसार बुलंदी संस्था द्वारा अटल उत्कृष्ट रा. ई. कोलेज गोपेश्वर में उत्तराखंड संस्कृति महोत्सव एवं कवि सम्मेलन आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि श्रीमती चंद्रकला तिवारी जी, विशिष्ट अतिथि श्री चंद्र शेखर तिवारी जी, श्रीमती ऊषा रावत जी…

सोलह श्रृंगार | Kavita Solah Shringar

सोलह श्रृंगार | Kavita Solah Shringar

सोलह श्रृंगार ( Solah Shringar ) मैं तो सुहाग सिंदूर मांग सजाऊँ, मैं तो कंगन ,चूड़ी खन – खन खनकाऊँ, मैं तो पायलियाँ छन – छन छनकाऊँ , होता नहीं भाग्य में लिखा सबका सोलह श्रृंगार, चाहिए इसके लिए प्रभु जी की कृपा अपार। मैं तो मेंहदी हाथ रचाऊँ, मैं तो महावर पांव लगाऊँ, काजल…

ननिहाल

ननिहाल | Kavita Nanihal

ननिहाल ( Nanihal ) नानी का घर ननिहाल, छुट्टियों में मौज मनाते हैं। मां के संग में कई दिनों, हम ननिहाल हो आते हैं। मामा मामी मौसी मौसी, लाड दुलार भरपूर करते। नाना नानी हंस हंस कर, सिर पर अपने हाथ धरते। खेलकूद मटरगश्ती का, अद्भुत ठौर ठिकाना है। स्कूल की छुट्टियों में हमें, फिर…

डॉ. वनीता की मूल पंजाबी सात कविताएँ | अनुवादक: डॉ. जसप्रीत कौर फ़लक

डॉ. वनीता की मूल पंजाबी सात कविताएँ | अनुवादक: डॉ. जसप्रीत कौर फ़लक

डॉ. वनीता की मूल पंजाबी सात कविताएँ अनुवादक: डॉ. जसप्रीत कौर फ़लक साहित्य शिरोमणि पुरस्कार विजेता डॉ. वनीता पंजाबी भाषा की सशक्त हस्ताक्षर हैं। उनकी हृदय-स्पर्शी कविताएँ पाठकों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं और कुछ नया सोचने के लिए विवश करती हैं। उनकी कविताओं में संवेदनशीलता और गहरी सोच की झलक, नारी सशक्तिकरण, प्रेम…

मत बन तू अज्ञान

मत बन तू अज्ञान | Kavita Mat Ban tu Agyaan

मत बन तू अज्ञान ( Mat Ban tu Agyaan )   बिन फेरे अजनबियों से तुम करते हो यह सवाल, मत भूलो गरिमा-व्यवहार करों थोड़ा सा ख़्याल। आधी उम्र अब निकल चुकी है स्वयं को सम्भाल, अच्छा नहीं इतना गुरूर बार-बार न कर बवाल‌।‌। शिक्षित होकर संस्कार विहिन मत बन तू अज्ञान, अनमोल धन होती…

दो पहलू वाला

दो पहलू वाला | Kavita Do Pahlu Wala

दो पहलू वाला ( Do Pahlu Wala ) मैं हूं उजाला काला दो पहलू वाला बिन आनन कानन वाला l मैं सीधा सदा भोला भाला l अजब गजब मेरा ठाठ निराला l हूं भरी गगरिया गुण अवगुण की मतवाला छैला रंग रंगीला l मेरी अदाओं पर सब घायल मेरे गुणों के सब कायल l जिसका…

Shahar se e yaar lauta gaon mein

वो गांव बहुत याद आता है

वो गांव बहुत याद आत है बीता बचपन गांव में वह गांव बहुत याद आता है l टेढ़ी ~मेढ़ी गलियां चुभ गये कांटे छाले पड़ गए पांव में वो गांव बहुत याद आता है l हम खेले खेल नदिया तीरे भरी दुपहरिया आम की बगिया l कुहके कोयलिया खाएं कच्ची अमिया लेकर नमक मिर्च की…

Awadh Pahunche Ram

राम तेरा गुण गाउं | Ram Tera Gun Gaun

राम तेरा गुण गाउं ( Ram Tera Gun Gaun )   निरखी प्रभु जब मूरत तेरी हलचल सी मची जिया में मेरे हुई प्रफुल्लित मन की बगिया रोम रोम में समाये राजा राम रसिया नशीली आंखों के गहरे समंदर में डूबूं,उतरूं,तैरूं, और कभी मैं ठहरूं l देख मनोहारी छवि बलिहारी मैं जाऊं l रसीले अधरों…