शेखर की कविताएं | Shekhar Hindi Poetry
एक पल एक पल तू- गीत मन में गुनगुना ले खामोशियां वक्त की छट जाएगी एक पल तू- मीत मन में जगा ले खाइयां ताउम्र भर जाएगी खुद्दार खुद्दार की राहेंअगम्य नहींलक्ष्य की प्राप्तिअसाध्य नहोंप्रण की लकीरेंमिटती नहींत्याग की बातेंमिथ्या नहींजीवन की आहुतिअकल्पनीय नहींमर-मिटने की हुंकारेहिलती नहीं उदयगामी सूर्यापासना वैदिक युगीन पर्व परम्परा कीअद्भुत कड़ी…