मुझपे ऐतबार कर | Ghazal Mujhpe Aitbaar Kar

मुझपे ऐतबार कर | Ghazal Mujhpe Aitbaar Kar

मुझपे ऐतबार कर ( Mujhpe Aitbaar Kar ) शिकायतें हज़ार कर तू यार बार बार कर मगर हैं इल्तिज़ा यही की मुझपे ऐतबार कर। खफ़ा हो यूं की प्यार से तुझे मना लिया करूं मगर न बदगुमानियों से दिल को तार तार कर। ये बेनियाज़ी और बेरुखी बढ़ाते तिश्नगी कोई तो कौल दरमियान में कोई…

क्या लिखूं मैं

क्या लिखूं मैं | Ghazal Kya Likhun Main

क्या लिखूं मैं ( Kya Likhun Main ) क्या लिखूं मैं शाइरी में दर्द आंसू ज़िंदगी में वो नज़र आया नहीं है खूब ढूँढ़ा हर गली में भूल जा तू याद उसकी रख नहीं आँखें नमी में इस कदर बेरोज़गारी ज़ीस्त गुज़रे मुफलिसी में हाथ उससे तू मिला मत है दग़ा उस दोस्ती में दोस्त…

गुरुवर विनय साग़र | Guruvar Vinay Sagar

गुरुवर विनय साग़र | Guruvar Vinay Sagar

गुरु पूर्णिमा के पुनीत पर्व पर मैं अपने उस्ताद शायर ज़नाब विनय साग़र जायसवाल, बरेली-उ०प्र० को शत्-शत् प्रणाम करता हूँ। ग़ज़ल की दुनिया में आज जो कुछ भी मुझे हासिल है वो सब गुरुदेव के ही आशीर्वाद और रहनुमाई की बदौलत है। गुरुदेव के श्री चरणों में समर्पित इक ग़ज़ल.. गुरुवर विनय साग़र ( Guruvar…

संभालते क्यों हो

संभालते क्यों हो | Ghazal Sambhalte Kyon Ho

संभालते क्यों हो ( Sambhalte Kyon Ho ) हजारों ऐब वो मुझ में निकालते क्यों हैं मैं गिर रहा हूँ तो मुझको संभालते क्यों हैं दिखा है जब भी अंधेरा उन्हें मेरे घर में चिराग़ आके हमेशा वो बालते क्यों हैं किसी की बात चले या किसी से हो शिकवा हरेक तंज़ वो मुझ पर…

सूरज निकाल देता है | Ghazal Suraj Nikal Deta Hai

सूरज निकाल देता है | Ghazal Suraj Nikal Deta Hai

सूरज निकाल देता है ( Suraj Nikal Deta Hai )   बड़ी अजीब सी उलझन में डाल देता है मेरे सवाल को हँस हँस के टाल देता है हुनर को अपने वो ऐसा कमाल देता है नदी का दर्द समुंदर में डाल देता है करो न फ़िक्र कि हम भी उसी के बंदे हैं बड़ा…

मुक़द्दर से सामना है मेरा

मुक़द्दर से सामना है मेरा | Muqaddar se Samna hai Mera

मुक़द्दर से सामना है मेरा ( Muqaddar se Samna hai Mera ) बड़े अजीब से मंज़र से सामना है मेरा बग़ैर कश्ती समुंदर से सामना है मेरा जहाँ जलाई गईं हसरतें मेरे दिल की उसी चराग़ उसी दर से सामना है मेरा अजीब दिल की ये हालत है क्या बताऊं तुम्हें किसी हसीन के पत्थर…

बड़ा नादान है तू | Bada Nadan Hai tu

बड़ा नादान है तू | Bada Nadan Hai tu

बड़ा नादान है तू ( Bada Nadan Hai tu ) बड़ा नादान है तू बेवजह हलकान होता है समझ पाना मिज़ाज -ए-यार क्या आसान होता है। लबों पे मुस्कुराहट कहर लेकिन दिल में रखते हैं नया इक रोज़ ज़ारी क़त्ल का फ़रमान होता है। हमारे दिल में क्या है क्या नहीं सब जानता है वो…

तेरी आँखे | Teri Aankhen

तेरी आँखे | Teri Aankhen

तेरी आँखे ( Teri Aankhen ) देती क्या ये इशारा है तेरी आँखे करें दिलकश नज़ारा है तेरी आँखे ! देखीं है जब से खुबसूरत निगाहों को, हुई इश्क -ऐ -सहारा है तेरी आँखे ! मुहब्बत का मिला हमको शगन यारो, मेरी जश्न -ऐ -बहारा है तेरी आँखों ! निशा में हो जैसे चमका अभी…

Desh ke Naam

आज़ादी ऐ वतन का | Ghazal Azadi – e – Watan Ka

आज़ादी ऐ वतन का ( Azadi – e – Watan Ka ) बेशक वरक़ वरक़ पे ही कोई नज़र रहे उन्वान दास्तान का हम ही मगर रहे जब तक हैं लाल तेरे यहाँ मादर-ऐ-वतन फहरेगा चोटियों पे तिरंगा ख़बर रहे आज़ादी -ऐ-वतन का ये जलता रहे दिया यारो हवा के रुख पे बराबर नज़र रहे…

आप जब बोलेंगे तो सब

आप जब बोलेंगे तो सब,बोलने लग जाएंगे

आप जब बोलेंगे तो सब,बोलने लग जाएंगे आप जब बोलेंगे तो सब, बोलने लग पायेंगे ! आप चुप होंगे तो सारे, लोग चुप हो जाएंगे !! आप चल दें तो सफर, हरएक हो सकता शुरू आप ठहरेंगे तो सब के, पांव भी रुक जाएंगे !! आप अपना जर्फ दुनिया,में अगर दिखलाएंगे हादसे खुशनुमाई की ,…