Kitne

कितने | Kitne

कितने ( Kitne )    पेड़ों से पत्ते बिछड़ गये कितने इस जग उपवन से उजड़ गये कितने सारा दिन अब ये चला रहे हैं फ़ोन इस युग के बच्चे बिगड़ गये कितने पहले हर कोई,गुनाहों से था दूर इस पथ को अब तो पकड़ गये कितने सबकी फ़रियादें,कहाँ सुनेगा रब इस दर पर माथा…

Jahan Chahta Hoon

जहां चाहता हूं | Jahan Chahta Hoon

जहां चाहता हूं ( Jahan chahta hoon )   न नफ़रत का कोई जहां चाहता हूं! सियासत की मीठी जुबां चाहता हूं! मिटे जात मजहब के झगड़े वतन से मुल्क हो मुहब्बत का बागवा चाहता हूं! रहे मुसलसल आदमी मेरे अंदर लेकिन हो जाना मैं इक इंसा चाहता हूं! नुमाइश बहुत हो चुकी यारों अब…

Na Kare Koi

न करे कोई | Na Kare Koi

न करे कोई  ( Na Kare Koi )   अम्ल ऐसा हो कि रुसवा न करे कोई! सरे – राह पत्थर रक्खा न करे कोई! कहां लेके ये जाएगी नाकामियां अपनी मुल्क में इमां का सौदा न करे कोई! मसल फूलों को डाला आवेश में उसने संगदिल को चुभा कांटा न करे कोई! दर्द इसलिए…

छलावा | Chalawa

छलावा | Chalawa

छलावा ( Chalawa )    रंगीन दुनिया में सबका अपना -अपना पहनावा है, कहीं सच में झूठ,कहीं झूठ में सच का दिखावा है। बेमतलब ख़्वाबों से रिश्ते गढ़ता रहता है कोई मन को तह रख तर्कों से कोई करता छलावा है। आवारा बादलों की ज़द कहाँ समझ पाया दिल ठिकाना और भी इनका बरखा के…

Gamazada Shayari

आज फिर ग़मज़दा हो गया | Gamazada Shayari

आज फिर ग़मज़दा हो गया ( Aaj Phir Gamazada ho Gaya )   यार भी बेवफ़ा हो गया देखलो वो जुदा हो गया चाहते थे जिसे हम बहुत शख्स मुझसे ख़फ़ा हो गया आज यूं हो गया ज़ीस्त से साथ मेरे दग़ा हो गया अश्क़ छलके मेरी आंख से यार जब तू जुदा हो गया…

आँखों में डूब जाने को | Aankhon mein Doob Jaane ko

आँखों में डूब जाने को | Aankhon mein Doob Jaane ko

आँखों में डूब जाने को ( Aankhon mein doob jaane ko )    वो बेक़रार हैं ख़ुद राज़े-दिल बताने को सजा रहे हैं बड़े दिल से आशियाने को मिला है साथ हमें तेरा जब से ऐ हमदम बढ़ा दिये हैं क़दम आसमां झुकाने को तुम्हारा फूल सा चेहरा रहे खिला हरदम मैं तोड़ लाऊँ सितारे…

Husn ka Gulab

हुस्न का गुलाब | Husn ka Gulab

हुस्न का गुलाब ( Husn ka gulab )    हुस्न का है गुलाब वो आज़म शक्ल से लाज़वाब वो आज़म फ़ूल लेता नहीं वहीं मेरा दें निगाहों में आब वो आज़म चाहता हूँ अपना बनाना वो एक खिलता शबाब वो आज़म दीद हो किस तरह भला उसका ओढ़े है जो नक़ाब वो आज़म शक्ल से…

ज़ख्म यादों के | Zakhm Yaadon ke

ज़ख्म यादों के | Zakhm Yaadon ke

ज़ख्म यादों के ( Zakhm yaadon ke )    न जानें मुझसे वहीं दिल अजीब रखता है नहीं मुहब्बत नफ़रत वो क़रीब रखता है बुरा किया भी नहीं है कभी उसी का ही वहीं दिल को क्यों मुझी से रकीब रखता है किसे देखेगा मुहब्बत भरी नज़र से वो मुहब्बत से ही वहीं दिल ग़रीब…

Watan ke Liye

जान देंगे हमेशा वतन के लिये | Watan ke Liye

वतन के लिये ( Watan ke liye )   जान देंगे हमेशा वतन के लिये ? हम जीयेंगे यूं ही इस चमन के लिये देश ने दी है तहजीब ऐसी हमें सर झुकेगा सदा इस नमन के लिये सैनिको के लिये जीत का जश्न है रौनके है नहीं अंजुमन के लिये सरहदों पर करे है…

Mazloom Shayari

मज़लूम हूँ मैं | Mazloom Shayari

मज़लूम हूँ मैं ( Mazloom hoon main )   मुझे ऐ ख़ुदा जालिमों से बचा लें कोई फ़ैसला जल्द ही अब ख़ुदा लें कभी बददुआ कुछ बिगाड़ेगी न तेरा हमेशा ही माँ बाप की बस दुआ लें फंसा देगा कोई झूठे केस में ही यहाँ राज़ दिल के सभी से छुपा लें किसी से न…