Muhabbat na Jaane

मुहब्बत न जाने | Muhabbat na Jaane

मुहब्बत न जाने ( Muhabbat na jaane )    करेगा मुहब्बत शराफत न जाने परस्तिश इबादत अकीदत न जाने। मिरा दिल चुराया उसी आदमी की चली क्यूं सदा बादशाहत न जाने। किया नाम दिल है उसी के मगर क्यूं वही एक अपनी वसीयत न जाने। नज़र आ गया ईद का चांद लेकिन दिखे कब तलक…

Ghazal Bhoolna Hoga

भूलना होगा | Ghazal Bhoolna Hoga

भूलना होगा ( Bhoolna hoga )    हमें ये लग रहा है की उसे अब भूलना होगा मनाया है बहुत इस बार लेकिन रूठना होगा। बहुत मसऱूफ़ है वो आजकल सब महफ़िलें छोड़ी मगर रहता कहां है आज उससे पूछना होगा। हमारी चाहतों ने कर दिया मग़रूर उस बुत को बना है वो ख़ुदा कहता…

Shayari on Bewafai

किसी की बेवफाई में | Shayari on Bewafai

किसी की बेवफ़ाई में ( Kisi ki bewafai mein )    ख़ुदाया ये बता क्या ख़ास है तेरी ख़ुदाई में यहां हर शख़्स मुज़रिम है किसी की बेवफ़ाई में। अग़र बातें करूं दिल की बदल देते सनम मौज़ू हमें ये लग रहा वो ख़ुश बड़े हमसे जुदाई में सबक हमको सिखाते दीन का ख़ुद को…

Zid Shayari

वो नहीं ज़िद ठानता | Zid Shayari

वो नहीं ज़िद ठानता ( Wo nahi zid thanta )    वो नहीं ज़िद ठानता तो मुख़्तलिफ हालात होते इस चमन में ग़ुल भी खिलता महकते लम्हात होते। अब बहुत ही मुख़्तसर सी गुफ़्तगू होती हमारी दिन हुए कुछ इस तरह रस्म़न ज़रा सी बात होते। जीतने की थी हमें आदत मगर अब हाल है…

Poem Ek Nagma Pyar ka

एक नगमा प्यार का | Poem Ek Nagma Pyar ka

एक नगमा प्यार का ( Ek nagma pyar ka )    आ गए तो रस्म़ महफ़िल की निभाते जाइए एक नग़मा प्यार का सबको सुनाते जाइए। कौन है क्या कह रहा अब फ़िक्र इसकी छोड़िए मुस्कुराकर दिल रक़ीबों का जलाते जाइए। दो जहां को छोड़ दें हम आपकी ख़ातिर सनम है फ़क़त ये शर्त की…

Poem Zindagi Khatam hui

ज़िन्दगी खत्म हुई | Poem Zindagi Khatam hui

ज़िन्दगी खत्म हुई ( Zindagi khatam hui )    जिंदगी खत्म हुई उन्हें पुकारते हुए उनको जीतते हुए हमको हारते हुए क़ौल वो क़रार जो उन्हें तो याद भी नहीं बस उसी क़रार पर उमर गुज़ारते हुए । चार दिन के प्यार का चढ़ा हुआ जो कर्ज़ था हाथ कुछ बचा नहीं उसे उतारते हुए।…

Poem Hawaon Mein aa Gaye

हवाओं में आ गए | Poem Hawaon Mein aa Gaye

हवाओं में आ गए ( Hawaon mein aa gaye )   शोहरत मिली तो आज हवाओं में आ गए रिश्ते भुला के ख़ास ख़लाओं में आ गए। हमको नहीं मालूम हुआ कब ये वाकया कब ख़्वाब से सरकार दुआओं में आ गए। फ़िरऔन मेरा इश्क़ बनाने लगा उन्हें बुत के सनम वो आज़ ख़ुदाओं में…

Anjuman Shayari

अंजुमन हम सजा के बैठ गये | Anjuman Shayari

अंजुमन हम सजा के बैठ गये ( Anjuman Hum Saja ke Baith Gaye )    अंजुमन हम सजा के बैठ गये वो भी पहलू में आके बैठ गये वो तसव्वुर में आके बैठ गये हम भी बोतल सजा के बैठ गये हमसे करते हो प्यार जब पूछा बस वो नज़रें झुका के बैठ गये होश…

Wafa shayari

वफ़ा की राह को यूं खुशगवार करना है | Wafa Shayari

वफ़ा की राह को यूं खुशगवार करना है ( Wafa ki raah ko yoon khushgawar karana hai )     वफ़ा की राह को यूँ ख़ुशग़वार करना है ज़माने भर में तुझे ताजदार करना है   भरम भी प्यार का दिल में शुमार करना है सफ़ेद झूठ पे यूँ ऐतबार करना है   बदल बदल…

Vinay Sagar poetry

आँखों आँखों में दास्तान हुई | Vinay Sagar Poetry

आँखों आँखों में दास्तान हुई ( Aankhon aankhon mein dastan hui )   आँखों आँखों में दास्तान हुई यह ख़मोशी भी इक ज़बान हुई   इक नज़र ही तो उसको देखा था इस कदर क्यों वो बदगुमान हुई   कैसा जादू था उसकी बातों में एक पल में ही मेरी जान हुई   इस करिश्मे…