दुआ से | Dua se
दुआ से ( Dua se ) रोज़ करता हूँ दुआ मैं वो ख़ुदा से अब शिफ़ा मिले तेरी रब दवा से रब बनाए रख नज़र ऐ रोज़ मुझपर दूर हर पल मैं रहूँ रब हर बला से जिंदगी से दूर खुशियाँ हुई यूं हाँ नमाजो की यहाँ यारों क़ज़ा से हो गया हूँ आज…
दुआ से ( Dua se ) रोज़ करता हूँ दुआ मैं वो ख़ुदा से अब शिफ़ा मिले तेरी रब दवा से रब बनाए रख नज़र ऐ रोज़ मुझपर दूर हर पल मैं रहूँ रब हर बला से जिंदगी से दूर खुशियाँ हुई यूं हाँ नमाजो की यहाँ यारों क़ज़ा से हो गया हूँ आज…
लापता कर गया ( Laapata kar gaya ) तंज़ के तीर सारे चला कर गया। है बिछड़ के बहुत ख़ुश बता कर गया। ज़ख़्म फिर से हमारा हरा हो गया कौन उसका यहां तज़किरा कर गया। दी रिहाई हमें इश्क़ की क़ैद से ख़त्म वो प्यार का सिलसिला कर गया। तोड़ कर दिल हमारा…
आँख का नूर बनो तो सही ( Aankh ka noor bano to sahi ) बात दिल की कभी तुम कहो तो सही सिर्फ तुम दिल में मेरे रहो तो सही प्रीति की रोशनी जगमगा दो हृदय दीप बाती-सरिस तुम जलो तो सही जिन्दगी का है लम्बा सफर साथ में दूर कुछ हमसफर तुम चलो…
वोटर ज़हीन हो जाये ( Voter zaheen ho jaye ) इक मुहब्बत का सीन हो जाये चाय सँग चाऊमीन हो जाये इक झलक महजबीन हो जाये इश्क़ ताज़ातरीन हो जाये दिल का कमरा है खाली मुद्दत से कोई इसमें मकीन हो जाये बैठ जाओ जो रूबरू मेरे यह ग़ज़ल बेहतरीन हो जाये गुफ्तगू प्यार…
“यह ज़िन्दगी” ( Yah zindagi ) भटक कर ना जाने कहीं दमी रह गई चलकर भी यह ज़िन्दगी थमी रह गई। कहा तो बहुत मगर सुना नहीं गया जाने शब्दों में मेरे कहाँ कमी रह गई। उसकी ख्वाहिशों की बात करते सब मेरे जज्बातों में तो बस नमी रह गई। जहाँ चलते रहे बेबाक…
हो नहीं सकता ( Ho nahi sakta ) भरोसा अब कभी उस पर दुबारा हो नहीं सकता छुड़ाया हाथ जिसने वो हमारा हो नहीं सकता। बहारों के धनक के रंग सारे देख कर सोचा विसाले यार से दिलकश नज़ारा हो नहीं सकता। निगाहों ने निगाहों से बहुत सी गुफ़्तगू कर ली बिना दिल की रज़ा…
रो दिये ( Ro Diye) जो हमारी जान था जिसपे फ़िदा ये दिल हुआ जब हुआ वो ग़ैर का सब कुछ लुटाकर रो दिये। है अकड़ किस बात की ये तो ज़रा बतलाइये वक्त के आगे यहां रुस्तम सिकंदर रो दिये। फख़्र था मुझको बहुत उनकी मुहब्बत पर मगर जब घुसाया पीठ में इस…
कोई अब अरमान नहीं है ( Koi ab arman nahin hai ) प्यार की पहचान नहीं है कोई अब इंसान नहीं है इस जगत में कौन है ऐसा जो यहाँ मेहमान नहीं है हर कोई मायूस लगे अब चेहरों पर मुस्कान नहीं है बाप की बातें न ले दिल पर ये तेरा अपमान नहीं…
नहीं कभी वो हमारे क़रीब आये है ( Nahin kabhi jo hamare kareeb aaye hai ) जिन्हें समझा घर हमारे हबीब आये है वहीं बनके घर हमारे रकीब आये है निभाएंगे क्या मुहब्बत वहीं वफ़ा हमसे हमें देने घर हमारे सलीब आये है दुखाने दिल को हमेशा रहें आते ही वो नहीं मुहब्बत के…
सुनाई देगी तुझे मेरी सिसकियाँ ( Sunai degi tujhe meri siskiyaan ) है प्यार देख लो दोनों के दर्मियाँ अब भी उसी के नाम पे रुकती हैं हिचकियाँ अब भी कभी छुपा के दी तुमने मुझे किताबों में रखी हैं मैंने वो महफ़ूज चिट्ठियाँ अब भी क़ुबूल होगी कभी तो दुआ ख़ुदा के दर…