सनम ख़त का मेरे ज़वाब दें

सनम ख़त का मेरे ज़वाब दें | Khat shayari

सनम ख़त का मेरे ज़वाब दें ! ( Sanam khat ka jawab de )   सनम ख़त का मेरे ज़वाब दें! मुहब्बत का तू वो गुलाब दें   छोड़ो भी ये नाराज़गी मगर लब पे मुस्कुराहट ज़नाब दें   न दें बेवफ़ाई की यादें तू वफ़ा की कभी तो क़िताब दें   यहां वरना बदनाम…

इन्तिज़ार से थका लौटकर फिलहाल में आ चूका हूँ

इन्तिज़ार से थका लौटकर | Nazm shayari

इन्तिज़ार से थका लौटकर  ( Intazaar se thaka lautkar )      इन्तिज़ार से थका लौटकर फिलहाल में आ चूका हूँ किसीको अनदेखा कर किसीके विशाल में आ चूका हूँ   ये दास्ताँ कभी ख़त्म नहीं होगा और यह कमाल होगा कई बार ना जाने कितनो के ख्याल में आ चूका हूँ   नया नहीं…

यादों की कहानी

यादों की कहानी | Yadon ki kahani

यादों की कहानी ( Yadon ki kahani )   हो गयी है क़ैद यादों की कहानी! हम लिखेगें वो अपनों की कहानी   रब मिला दें उन दो बिछड़े ही दिलों को है अधुरी प्रेम दोनों की कहानी   जाम ए यारों मुहब्बत हुस्न क्या है है हसीं देखो वो फूलों की कहानी   हुस्न…

हाथ मेरा कभी छोड़ना तू नहीं !

हाथ मेरा कभी छोड़ना तू नहीं | love ghazal in Hindi for girlfriend

हाथ मेरा कभी छोड़ना तू नहीं !     हाथ मेरा कभी छोड़ना तू नहीं ! प्यार में दिल कभी तोड़ना तू नहीं   तू हमेशा मिलाना आँखें प्यार से मुंह कभी भी मुझसे मोड़ना तू नहीं   छोड़ देना तू राहें गमों की सदा ग़म की बरसात से भीगना तू नहीं   तू हमेशा…

सवाल है 

सवाल है | Nazm in Hindi

सवाल है  (  Swaal hai )   यार से हुई निस्बत-ए-ख़ास गुफ्तगू, सवाल है हम पे करम-ए-मेहरबान-ए-जुस्तुजू, सवाल है   खुद से चलो कोई ऐसा तो सवाल है, कमाल है जिस पर उतर कर ज़िन्दगी हु-ब-हु सवाल है   ये भी कमाल है की अच्छे से सजाया गया हूँ में मुत्मइन हूँ तो खामोसी से…

ढूंढता हूं रास्ता

ढूंढता हूं रास्ता | Dhoondhata hoon raasta | Ghazal

 ढूंढता हूं रास्ता ! ( Dhoondhata hoon raasta )   मैं वफ़ा का रोज ही वो ढूंढ़ता हूं रास्ता! रात दिन दिल में ही ऐसा सोचता हूं रास्ता   रास्ता कोई बताता ही नहीं कैसा नगर हर किसी से उसके घर का पूछता हूं रास्ता   राह में चाहे कितनी भी दग़ा मुझको मिले पर …

प्यार के टूटे किनारे आज फ़िर 

प्यार के टूटे किनारे आज फ़िर | Pyar ghazal

प्यार के टूटे किनारे आज फ़िर ( Pyar ke tute kinare aaj phir )   पड़ गयी दिल में दरारें आज फ़िर प्यार के टूटे किनारे आज फ़िर   बट गये आंगन अदावत से यहां नफ़रतों की है दिवारें आज फ़िर   ढ़ल गया मौसम गमों का अब यहां खिल उठी ये बहारें आज फ़िर…

खेलते थे गांव में कंचे बहुत

खेलते थे गांव में कंचे बहुत | Bachpan par shayari

खेलते थे गांव में कंचे बहुत ( Khelte the gaon mein kanche bahot )   खेलते थे गांव में गुल्ली डंडा कंचे बहुत शहर में नफ़रत मिली है खेलने को देखिए   गांव में है प्यार मेरे हर घड़ी नफ़रत नहीं इस कदर है शहर में ही बस अदावत के शोले   शहर में ऐसा…

ख़ुशी का हर घड़ी मातम हुआ है

ख़ुशी का हर घड़ी मातम हुआ है | Matam shayari

  ख़ुशी का हर घड़ी मातम हुआ है ( Khushi ka har ghadi matam hua hai )     नहीं दिल से मेरे, गम कम हुआ है ख़ुशी  का  हर  घड़ी मातम हुआ है   मुहब्बत दोस्ती सब ख़त्म रिश्ते अदावत का बुलन्द परचम हुआ है   हवाएं बन्द हैं प्यारो वफ़ा की के नफ़रत…

तेरा ये शबाब

तेरा ये शबाब |Tera ye shabab | Ghazal

तेरा ये शबाब ( Tera ye shabab )   खिलता हुस्न का तू गुलाब है! ग़जब  का  तेरा  ये शबाब है नशा क्यों न हो इश्क़ का मुझे लब तेरे  सनम  जब शराब है जिसे पढ़ना बाकी कभी जरा तू वो शायरी की क़िताब है उसे देखने को मचलता दिल ढला न वो चेहरे से…