मुहब्बत का दिलों में गुल खिला दें

मुहब्बत का दिलों में गुल खिला दें | Ghazal

मुहब्बत का दिलों में गुल खिला दें ( Muhabbat ka dilon mein gul khila de )     मुहब्बत का दिलों में गुल खिला दें  हवा  ऐसी  यहां  सबको  ख़ुदा  दें   गरीबों  पे  सितम  हो  जो  रहा  है ख़ुदा उन दुश्मनों का  सर झुका दें   उतरे तन से नफ़रत की धूल सबके उल्फ़त…

लम्हा लम्हा बिखरता सा मैं

लम्हा लम्हा बिखरता सा मैं | Lamha shayari

लम्हा लम्हा बिखरता सा मैं ( Lamha lamha bikharta sa main )     दिन के उजालों में हर सवाल पर लम्हा लम्हा बिखरता सा मैं   रात तेरी आगोश में सिमट कर पुर्जा पुर्जा समेटता सा मैं   महबूब सी लगे है , ए रात ,कभी तू मुझे  पहलू में सर रख  तेरे ,पुरसुकून…

prem ki shayari in Hindi

प्यार अब कहाँ ये नयी शाम है | Ghazal

प्यार अब कहाँ ये नयी शाम है ( Pyar ab kahan ye nayee shaam hai )   प्यार अब कहाँ ये नयी शाम है नफ़रतों की पुरानी अभी शाम है   खो न जायें अंधेरो की गलियों में हम जल्दी  चल  यार घर हो रही शाम है   याद फिर आ गया बिछड़ा साथी कोई…

प्यार का दिल में अपने ही आशिकाना कीजिए

प्यार का दिल में अपने ही आशिकाना कीजिए | Ghazal

प्यार का दिल में अपने ही आशिकाना कीजिए ( Pyar ka dil mein apne hi aashiqana kijiye )   प्यार का दिल में अपनें ही आशिकाना कीजिए छोड़  नफ़रत  को  शुरु  ये मुस्कुराना कीजिए   छोड़ दो दिल से ख़फ़ा होना मगर अब तो ज़रा देखिए  भी  घर  शुरु  मेरे  ही  आना  कीजिए   नफ़रतों…

दिल की ज़मीं पर

दिल की ज़मीं पर | Ghazal Dil ki Zameen par

दिल की ज़मीं पर ( Dil ki zameen par )     दिल की ज़मीं पर अरमानों की छत डाल ख्वाबों का बिछौना दिया तो था  तुम्हें बादलों सा उड़ना हवाओं सा रवां पानियों सा बहना रास था मैं बाँध न पाई बोटी बोटी सी जो कट चुकी थी तिनका तिनका जुटाने में   लेखिका…

उनकी समझ में थे बहुत से

उनकी समझ में थे बहुत से | Ghazal

उनकी समझ में थे बहुत से ( Unki samajh mein the bahut se )   उनकी समझ में थे  बहुत से  दोस्त और यार अब गिन रहे  कितने बचे हैं  और गमगुसार !!   कासिद ने खत के साथ ही मजमून भी दिया जैसे कि  म्यान से  अलग  से दे  कोई कटार !!   उस …

लगता है ए सनम जो चेहरा गुलाब तेरा

लगता है ए सनम जो चेहरा गुलाब तेरा | Romantic ghazal in Hindi font

लगता है ए सनम जो चेहरा गुलाब तेरा ( Lagta hai ye sanam jo chehra gulab tera )     लगता है ए सनम जो चेहरा गुलाब तेरा दीवाना कर गया है दिल ये शबाब तेरा   दीदार हो जाये दिल को क़रार आ जाये देखूँ  मैं  रास्ता हर पल  ही ज़नाब तेरा   लग…

याद उसकी बहुत रोज़ आती रही

याद उसकी बहुत रोज़ आती रही | Yaad shayari

याद उसकी बहुत रोज़ आती रही ( Yaad uski bahut roj aati rahi : Miss you shayari)     याद उसकी बहुत रोज़ आती रही जीस्त का साथ यूं ही निभाती रही   और मैं झेलता हर ग़म को ही गया रंग क़िस्मत अपना ही दिखाती रही   नफ़रतें झेलकर हर किसी की यहां जिंदगी…

सुहानी शाम

सुहानी शाम | Suhani shaam shayari

सुहानी शाम ( Suhani shaam )   दृश्य मनोरम सुंदर नजारा सुहानी शाम हो जाए उर उमंगे ले हिलोरे प्रीत पुरानी आम हो जाए   ठंडी ठंडी पुरवाई हो खुशियों की बरसात हो जाए सुहानी सी प्रीत बरसे झड़ी सावन के नाम हो जाए   महक जाए गुलशन सारा चेहरे पर मुस्कान मधुर नैनों में…

हर किसी पे ही उल्फ़त लुटाती रही

हर किसी पे ही उल्फ़त लुटाती रही | Ishq pe shayari

हर किसी पे ही उल्फ़त लुटाती रही ( Har kisi pe hi ulfat lutati rahi )     हर किसी पे ही उल्फ़त लुटाती रही जिंदगी प्यार के गीत गाती रही   पी उसे भूलने की शराब ख़ूब है रात दिन और यादें  सताती रही   मुंह से बोली नहीं है कुछ भी तो मुझे…