अपनें ही हुस्न पे उसको गरूर है| Husn Shayari
अपनें ही हुस्न पे उसको गरूर है ( Apne hi husn pe usko guroor hai ) अपनें ही हुस्न पे उसको गरूर है ! उल्टा दिमाग़ में उसके फ़ितूर है मत दो सजा इसे झूठी बेवजह मासूम ए लोगों ये बेक़सूर है है आरजू ये ही अपना बनाना उसे की मांग का…