अपने मिलते अनजानों में

अपने मिलते अनजानों में

अपने मिलते अनजानों में     अपने   मिलते  अनजानों में।। गुल भी  खिलते  वीरानों  में।।   कोई   दिल  को भाने वाला ।    मिल  जाता   है  बेग़ानो  में।।   टुकड़े कर दे जो इस दिल के।    कैसे    रहता   अरमानों   में।।   देखी   जीवों    में   मोहब्बत।  नफ़रत  केवल    ईंसानों  में।।   दिल दुःखाकर   क्या पाओगे!…

दिल का करार ले गए है मुस्कुरा के वो

दिल का करार ले गए है मुस्कुरा के वो

दिल का करार ले गए है मुस्कुरा के वो     दिल   का   करार  ले    गए   है   मुस्कुरा  के   वो। जान   ले   चले  है  शरम  से  नज़र  झुका के वो।।   जब  मिले कभी है बींध कर ही दिल को चल दिए। तीर  सी नज़र  से खींच कर निशाना लगा  के वो।।   शिद्त   से   …

यादों में उसकी रोता हूँ

यादों में उसकी रोता हूँ

यादों में उसकी रोता हूँ     यादों  में उसकी रोता हूँ! जीवन में इतना तन्हा हूँ   छूना मत बिखरुंगा वरना अंदर से इतना टूटा हूँ   तोड़ दिया है दिल प्यार भरा उल्फ़त जिससे मैं करता हूँ   मैं नफ़रत करने वालो को यार जला दूंगा शोला हूँ   वो ही देता है…

इश्क फरमाना नहीं आता

इश्क फरमाना नहीं आता

इश्क फरमाना नहीं आता     मुसलसल अश्क अगर जो बरसाना नहीं आता। तो समझो आपको फिर इश्क फरमाना नही आता।   पशीना पाँव का सर तक जब पहुँच जाता है, बिना मेहनत किये तो एक भी दाना नहीं आता।   मिली है दौलत तो हर जगह पर बर्बाद न कर, किसी के हक में…

दिल  तुझे   देख  बहल जाता  है

दिल तुझे देख बहल जाता है

दिल तुझे देख बहल जाता है     दिल  तुझे   देख  बहल जाता  है। साथ  तेरा  ही  अब तो भाता है।।   तेरा   नज़रें   झुका  के  मुस्काना। मुझको   तेरे   क़रीब  लाता   है।।   पास    आना    तेरा   बहाने  से । दिल  में अरमां  कई  जगाता है।।   डूब    जाऊँ   तेरे   तसव्वुर   में । रोज  ये   ही …

तुम जो यूं नज़रें मिला रहे हो

तुम जो यूं नज़रें मिला रहे हो

तुम जो यूं नज़रें मिला रहे हो     तुम  जो   यूं नज़रें   मिला  रहे हो। जिगर  पे   नश्तर  चला  रहे  हो।।   जो    जैसा   है   वैसा   ही  रहेगा। क्यों अपने दिल को जला रहे हो।।   बहुत    है   अहसान  ये  तुम्हारा । नज़र  से  जो  मय  पिला रहे हो।।   हरेक  पल   तुम  यूँ …

किताबों से सदा वो आ रही थी

किताबों से सदा वो आ रही थी

किताबों से सदा वो आ रही थी     किताबों से सदा वो आ रही थी ग़ज़ल यादों की कोई रो पड़ी थी   दयारें आ रही थी नफ़रतों की मुहब्बत की कली मुरझा रही थी   खबर दिल को नहीं थी बेवफ़ा है वफ़ा की सोचकर राहें चुनी थी   वो आंखें देखती है…

आँखों की नमी मुहब्बत को जाहिर कर देता है

आँखों की नमी मुहब्बत को जाहिर कर देता है

आँखों की नमी मुहब्बत को जाहिर कर देता है     आँखों की नमी मुहब्बत को जाहिर कर देता है इंसान को मुहब्बत भी ज़रा कायर कर देता है   यह नहीं है की में तुझसे बात करना नहीं चाहता बात बात पर तेरी आँखें मुझको बाहिर कर देता है   तेरे साथ, तुझ से…

दुख की घङियां सुखों में यूं ढल जाती है

दुख की घङियां सुखों में यूं ढल जाती है

दुख की घङियां सुखों में यूं ढल जाती है     दुख की घङियां सुखों में यूं ढल जाती है। जैसे  फूलों  में  कलियां  बदल जाती है ।।   आँधियों में   अग़र  वो खुदा  चाहे   तो। फिर  से  बुझती  हुई  लौ भी जल जाती है।।   हैं   नादां चाहे जो  शोहरत  को   वो   । फूल …

सादगी तेरी और तेरी जवानी

सादगी तेरी और तेरी जवानी

सादगी तेरी और तेरी जवानी     सादगी तेरी और तेरी जवानी। है दिलों को लगती ये कितनी सुहानी।।   यूं ही रूठ जाना खुद ही फिर मान जाना। उम्र होती मासूम सी ये दीवानी ।।   ख्वाब यूं ही बुनती किसी की ना सुनती। खूं में है इसके कुछ अज़ब सी रवानी।।   अंखियों…