चंद्रयान-३ | Chandrayaan-3
चंद्रयान-३
( Chandrayaan-3)
( 1 )
नया द्वार खोलेगा चंद्रयान देखो,
बनेगा भारत की पहचान देखो।
मुट्ठी में मेरे रहेगा अब चंदा,
बढ़ेगा जगत में मेरा सम्मान देखो।
कठिन दौर से मेरे गुजरे वैज्ञानिक,
उनके भी चेहरों पे मुस्कान देखो।
ख्वाहिशें हमारी सदा से हैं जिन्दा,
उनके अंदर का अभिमान देखो।
स्वागत करो रोली,तंदुल, श्रीफल से,
धन्य होनेवालों की वो शान देखो।
तकदीर तो संवरेगी पूरे जहां की,
भारतमाता की आन देखो।
लहरेगा शान से चांद पे तिरंगा,
सोने की चिड़िया का जहान देखो।
कितना बड़ा बोझ उठाए वैज्ञानिक,
उनकी दुनिया का यशगान देखो।
माटी इस देश की गमकती जहां में,
वसुधैवकुटुंबकम् का अनुसंधान देखो।
त्याग, तप हमारी बुनियाद के पत्थर,
अटूट लगन का संधान देखो।
( 2 )
गर्व है हमें अपने वैज्ञानिकों पर,
गर्व है उनके रात-दिन की कड़ी
मेहनत पर।
विश्व रिकार्ड बनाना ये तो
हमारे हुनर में है पहले से शामिल।
जिसके इरादे नेक हों,
और जिसकी भावनाएँ कल्याणकारी,
मंगलकारी और
विश्व कल्याणकारी हों,
उसकी सफलता को
कौन रोक सकता है।
भारत की इस मितव्ययी
स्वदेशी तकनीक की
कायल है पूरी कायनात।
यह हमारे वैज्ञानिकों की
कठोर तपस्या का है फल।
इस तरह से बढ़ रही है रोज
हमारे भारत की ताकत,
और स्थापित कर रही है
नया विश्व कीर्तिमान।
इस्पेस की दुनिया के
हम हैं बेताज – बादशाह।
महाशक्ति बनने से हमें
कोई रोक नहीं पाएगा।
भारत स्वयं को नहीं बल्कि
अखिल विश्व को आगे बढ़ाएँगे ।
यह कृतज्ञ राष्ट्र करता है
अपने वैज्ञानिकों को सलाम।
नासा भी हमारी इस सफलता से है खुश।
वो लेगा हमारे वैज्ञानिकों से मदद।
इस बात से भी परदा अब उठेगा
कि चाँद पर बुढ़िया
सूत है नहीं कातती।
हमारा सीना गर्व से ऊँचा हो रहा है।
पूरी क़ायनात हमारी दमखम को
देख रही है।
आइए, हम अपने वैज्ञानिकों का
हौसला आफजाई करें।
इसरो जो परचम लहरा रहा है
उस पर गर्व करें।
भारत ने जो आज रचा इतिहास,
वो स्वर्णक्षरों में लिखें।
और चाँद पर तिरंगा फहराएँ,
और गर्व से कहें हम भारतीय हैं।
!!….जय हिन्द…..!!
रामकेश एम.यादव (रायल्टी प्राप्त कवि व लेखक),
मुंबई