छत्रपति शाहू महाराज
( Chhatrapati Shahu Maharaj )
दीन-दुखियों का शाहू महाराज आधार थे,
आधुनिक महाराष्ट्र के शिल्पकार थे।
तब समाज में फैली थी बड़ी विषमता,
सही रूप से अछूतों के तारणहार थे।
दलितों और शोषितों को दिए अधिकार,
उन सबकी रक्षा- कवच की दीवार थे।
हरेक की पढ़ाई का किये थे बन्दोबस्त,
जो तोड़ते कानून उनके लिए खार थे।
अशिक्षित समाज के दीये में डाले तेल,
वो तत्कालीन चमन के गुल-बहार थे।
लोकप्रिय मराठा राजा तो थे ही वो,
अस्पृश्य समाज के दर्द का उपचार थे।
सरकारी नौकरी दिए थे दलितों को भी,
वो समाज के अति पिछड़ों के पहरेदार थे।
करते हैं शत-शत नमन शाहू महाराज को,
आज के लोकतंत्र का मानों आधार थे।
रामकेश एम.यादव (रायल्टी प्राप्त कवि व लेखक),
मुंबई