Urdu Poetry On Life | Ghazal -छोड़ दें करनी अदावत की बातें
छोड़ दें करनी अदावत की बातें
(Chod De Karni Adawat Ki Baatein)
छोड़ दें करनी अदावत की बातें
दोस्त कर लें तू मुहब्बत की बातें
बेवफ़ाई में प्यार की जो खो गया
दोस्त मत कर रोज़ उस ख़त की बातें
प्यार का पैग़ाम दें सबके दिल में
की नहीं अच्छी बग़ावत की बातें
एकता की गुफ़्तगू करता नहीं
उसके होठों पे सियासत की बातें
जल रहा है गीत ग़ज़लों से मेरी
कर रहा है वो शिक़ायत की बातें
दोस्ती कर लें आज़म से ही मगर
देख मत कर तू अदावत की बातें