Sarhad
Sarhad

सरहदों को और भी पक्का करें

( Sarhadon ko aur bhi pakka karen )

 

सरहदों को और भी पक्का करें
दुश्मनों का बंद हर रस्ता करें

आ सके दुश्मन नहीं उस पार से
सरहदों पर रोज़ अब पहरा करें

कान बहरे दुश्मनों के हो जाए
जोर से जय हिंद सब बोला करें

नाम हो रोशन जहां में देश का
देश में हर काम सब अच्छा करें

हम करेंगे सब हिफाज़त देश की
आज आओ मिलकर ये वादा करें

भूलकर सब नफ़रतों की गुफ़्तगू
प्यार का आओ रिश्ता गहरा करें

देश में चाहे अमन आज़म रहे
दोस्त दिल से ये दुआएं आ करें

 

शायर: आज़म नैय्यर
(सहारनपुर )

यह भी पढ़ें :-

हुस्न का गुलाब | Husn ka Gulab

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here