दुख भरे दिन बीते रे भैया | Vyang dukh bhare din beete re bhaiya
दुख भरे दिन बीते रे भैया
( Dukh bhare din beete re bhaiya )
( Dukh bhare din beete re bhaiya )
जिंदगी का सफर मुश्किलों से ढ़ला जिंदगी का सफर मुश्किलों से ढ़ला। मंजिलें पा गया सोचकर जो चला।। दोष क्या दें भला हम किसी और को। हर कदम पर यहां जिंदगी ने छला।। दुःख-सुख को सदा थाम कर दिल सहा। चाह कुछ भी नहीं ना लबों पे गिला।। फूंक कर ही…
?मौसम गर्मी का ? अब तो तैयारी कर लो मौसम है आया गर्मी का। देखो त्याग कर दिया है इस धूप ने भी नर्मी का।। कहां बूंद शबनमी के वो मंज़र सुहाने कोहरे के! ना ही सर्द वो हवाएं ना नामो-निशां नमी का।। मंजर हुए सुनहरे खेतों तालाबों झील के। ज्यूं श्रृंगार…
जिंदगी में लेकर ये ख़ुशी जिंदगी में लेकर ये ख़ुशी दूर हो हर दिल से बेबसी हर तरफ़ हो ख़ुशी मुल्क में हो नहीं हर आंखों में नमी दूर रहना हर ग़म जीवन से हो लबों पे सभी के हंसी हर होठों पे ग़ज़ल गीत हो ऐसी इस साल हो…
हम क्या जिंदगी में करे अब हम क्या जिंदगी में करे अब हाँ बेरोजगारी हुऐ अब लूटा अपनों ने सब कुछ मेरा कहां जाकर के हम रहे अब बातें अपनों की मानी मैंनें अपने फ़ैसले ही किये अब वरना सब्र करते थे दिल में देखो दुश्मनों से लड़े अब …
लड़की हूँ तो क्या हुआ ( Ladki hun to kya hua ) दुनिया में पीड़ा बहूत है कब तक तु अपने दुखों को गाएगी इस मतलब भरी दुनिया में क्या तु अपने लिए सहारा ढूँढ पाएगी अकेली निकल उजाले की खोज में अंधकार भी पीछे छूट जाएगा। और जहाँ तक बात रही…
गुडडू के नाम पत्र मेरा और तुम्हारा साथ करीब 2 वर्ष पुराना है। मुझे याद है जब तुम पहली रात को मुझे मिली थी। तुम पहली नजर में ही मुझे पसंद आ गयी थी। यद्यपि तुम संवेदनशील और आत्मनिर्भर हो; नवम्बर तो तुम झेल जाती हो परंतु दिसम्बर की हाड़ कंपा देने वाली ठंड में…