दुख भरे दिन बीते रे भैया | Vyang dukh bhare din beete re bhaiya
दुख भरे दिन बीते रे भैया
( Dukh bhare din beete re bhaiya )
( Dukh bhare din beete re bhaiya )
दिन में तीन या चार बार गरमागरम खाने से औलाद का पेट भरने के साथ साथ मां पर यह कर्तव्य भी निर्धारित किया गया है कि वह पुत्र को आर्शीवाद भी दे। वेदों और पुराणों में माॅ का आर्शीवाद दो तरह का बतलाया गया है। पहला है ”श्रेय” आर्शीवाद जो औलादों को अस्वीकार्य होता है।…
करवा चौथ ( Hindi poem On karwa chauth ) चाँद का कर लूं सनम दीदार मैं प्यार से जो बंधा करवा चौथ है उसकी चूड़ी उसकी देखो बिंदिया मुस्कुराती सूरत करवा चौथ है हो गया दीदार अपनें चाँद का प्यार का आया वो करवा चौथ है सज गयी है चाँद की …
सोचो नया कुछ करने की ******* वर्ष नया है तुम भी सोचो नया नया कुछ करने की। करो सामना चुनौतियों की, समय यही है लड़ने की; मुसीबतों से नहीं डरने की। कलम उठाओ, रफ़्तार बढ़ाओ; झटके में एक सीढ़ियां चढ़ जाओ। पहुंच मंजिल पर थोड़ा सुस्ता लेना रास्ते में थक बैठने की- न किसी से…
ख़ुशी का हर घड़ी मातम हुआ है ( Khushi ka har ghadi matam hua hai ) नहीं दिल से मेरे, गम कम हुआ है ख़ुशी का हर घड़ी मातम हुआ है मुहब्बत दोस्ती सब ख़त्म रिश्ते अदावत का बुलन्द परचम हुआ है हवाएं बन्द हैं प्यारो वफ़ा की के नफ़रत…
आपस में करेंगे सहकार ***** आपस में करेंगे सहकार, यूं न बैठेंगे थक-हार। कमियों पर करेंगे विमर्श, खोजेंगे सर्वोत्तम निष्कर्ष। मिलजुल सब करेंगे संघर्ष, चेहरे पर होगा हर्ष ही हर्ष। देखते हैं परिस्थितियां कब तक नहीं बदलतीं? कब तक खुशियों की फुलझरिया नहीं खिलती? आंखों से आंखें,गले से गले नहीं मिलती? यकीं है शीघ्र ही…