हम सावन न भूले | Ham Sawan na Bhoole
हम सावन न भूले
( Ham sawan na bhoole)
छन्नी कभी तक वो तन न भूले
वो ग़म भरा हम सावन न भूले
बदला तुझी से लेंगे अदू हम
उजड़ा कभी तक गुलशन न भूले
सैनिक तुझे मारेगा किसी दिन
औक़ात अभी वो दुश्मन न भूले
गिनकर अदू लेंगे तुझसे बदला
वो खू भरा हम दामन न भूले
जिसका न बदला तूने लिया है
ऐ राम कभी तक रावन न भूले
ज़ख्मी किया जो चेहरा अदू ने
वो आज तक दर्पन न भूले
लिपटा हुआ ग़म की धूल में था
आज़म अभी तक बचपन न भूले