Hindi Kavita On Women -नारी
नारी
( Nari Kavita )
बेचना है तो नभ को बेच धरा को रहने दे बेचना है तो नभ को बेच धरा को रहने दे नदी को रहने दे और किनारा को रहने दे मछुआरे मछलियांँ पकड़ कर जी लेते हैं रूखी – सूखी रोटियांँ सहारा को रहने दे सड़क पर दौड़ लेती है तेरी नयी गाड़ियांँ एक मेरी…
मेरे अवगुण हर लो ना प्रभु ( Mere avgun har lo na prabhu ) दर आया लेकर अरदास, मेरी झोली भर देना प्रभु। मैं मूरख नादान हूं ईश्वर, मेरे अवगुण हर लेना प्रभु। सृष्टि का संचार तुमसे ही, तुम ही पालनहारे प्रभु। भर देते भंडार सबके, सारे जग के रखवारे प्रभु। मन मंदिर में…
हरा रंग ( Hara rang ) हरा रंग हरियाली का सद्भाव प्रेम खुशहाली का उत्साह पत्ता डाली का सुरभीत चमन माली का धरा मुस्कुराने लगी फिर ओढ़कर धानी चुनरिया कुदरत लहराने लगी ज्यों झूमी ब्रज में गुजरिया हरी भरी ये वसुंधरा हमारी लगती सबको प्यारी है रंग बिरंगे फूलों की महकती केसर की सी…
आन बान शान हिंदी ( Aan baan shaan Hindi ) आन बान शान हिंदी, देश की पहचान हिंदी। गीत बन गूंजे धरा पे, देशभक्ति का गान हिंदी। महकती बयार हिंदी, शील गुण आचार हिंदी। संस्कारों की गरिमा, अपनापन और प्यार हिंदी। काव्य का श्रृंगार हिंदी, लेखों का आधार हिंदी। सृजन को संजोए रखती, कृतियां…
मिट्टी के पावन दीये ( Mitti ke pavan diye ) आओ जलाएं दीपक हम मिट्टी के पावन दीये। रोशनी से जगमगाए घर आंगन सब कोने प्रिये। देते ये संदेश हमको मिट्टी से सदा जुड़े रहने का। दीपक बन रोशनी देना सुख-दुख सब सहने का। जगमग दीपों की कतारें आई दिवाली लक्ष्मी द्वारें। पूजन थाल…
रंग गालो पे कत्थई लगाना ( Rang Gaalon Par Kathai Lagana) अबके फागुन में ओ रे पिया भीग जाने दो कोरी चुनरिया मीठी मीठी सी बाली उमरिया भीग जाने दो कोरी चुनरिया हम को मिल ना सकें तेरे रहमो करम सात रंगों में डूबे सातो जन्म रंग गालो पे कत्थई लगाना धीमे धीमें…