जब भी चाहेगा तू रूलायेगा | Ghazal
जब भी चाहेगा तू रूलायेगा
( Jab bhi chahega tu rulayega )
( Jab bhi chahega tu rulayega )
ख़ुदा और मुहब्बत ( Khuda aur muhabbat ) आ ज़रा मिलनें मुझे बस एक लम्हे के लिए! आ निभाने आज तू अब हर उस वादे के लिए हां करेगा वो मुराद पूरी दिल की अल्लाह सब तू बना दे रोठी उस दरवेश भूखे के लिए बात हो उससे मुहब्बत की सकूं…
ए दोस्त हम ख़ुशी के तलबगार हो गये ए दोस्त हम ख़ुशी के तलबगार हो गये। हम जिंदगी में इतनें ग़मेयार हो गये ।। अब हो गया है हमसे ख़फ़ा इस क़दर सनम । किस बात के हम इतनें ख़तावार हो गये ।। दें दें हंसी लबों पे ख़ुदा मेरे अब…
अपनों ने गम से ही भरा जीवन ( Apno Ne Gham Se Hi Bhara Jeevan ) अपनों ने ग़म से ही भरा जीवन लूटकर सुख ऐसा किया जीवन आंसू ग़म इतने है मिले मुझको हाँ ख़ुशी के लिए जला जीवन तोड़कर प्यार की दीवारे वो ग़म भरा मेरा कर गया जीवन…
दिल में मेरे बसी आरजू बनके वो ( Dil mein mere basi aarzoo banke wo ) दिल में मेरे बसी आरजू बनके वो आती होठों पे ही गुफ़्तगू बनके वो सांसें महकी मुहब्बत से उसकी मेरे चाँद सी आये जब हू ब हू बनके वो ढूँढ़ता हूँ उसे मैं गली हर …
हमसफ़र ( Humsafar ) आज़ लिखनी है ग़ज़ल बस आप पर ओ हमसफ़र आप ही के साथ गुज़रे शब सहर ओ हमसफर। ना मिले गर दो जहां तो हर्ज़ है कोई नहीं आपकी बस एक हम पर हो नज़र ओ हमसफ़र। सात जन्मों तक रहे रिश्ता ये मांगी है दुआ बाख़ुदा मेरी दुआ में हो…
इज्जत बहुत गुलाब को, दी हमको सिर्फ धूल ( Izzat bahut gulab ko, di humko sirf dhool ) इज्जत बहुत गुलाब को, दी हमको सिर्फ धूल ! करने को फिर शिकायतें , आये हैं कुछ बबूल !! रब से अता उस जैसे ही, काॅंटे हमारे पास ! क्यों वो है दिलफरेब पै,…