जब भी चाहेगा तू रूलायेगा | Ghazal
जब भी चाहेगा तू रूलायेगा
( Jab bhi chahega tu rulayega )
( Jab bhi chahega tu rulayega )
कर गया दुश्मनी की वो ही बात है ( Kar Gaya Dushmani Ki Wo Hi Baat Hai ) कर गया दुश्मनी की वो ही बात है दोस्ती की करी जिससें शुरुवात है प्यार मेरा नहीं है किया हाँ क़बूल दिल के उसनें नहीं समझें जज्बात है नफ़रतों की ही बरसात होती …
कोरोना काल का पक्ष एक और! ( Corona Kal Ka Pach Ek Or ) जरा सोचें समझें कैसा है यह दौर? भविष्य हमारा किधर जा रहा है? देखो कोई चांद पर मंगल पर बस्तियां- बसा रहा है! उधर हम देख सोच भी नहीं पा रहे हैं हम अनजाने डर से डरे जा रहे हैं…
बज़्म में ऐसा ख़ूब हुआ ( Bazm me aisa khoob hua ) बज़्म में ऐसा ख़ूब हुआ शे’र पे चर्चा ख़ूब हुआ कैसे उससे मिलना हो घर पर पहरा ख़ूब हुआ जिससे दिल का रिश्ता था ग़ैर वो चेहरा ख़ूब हुआ छोड़ दिया अपनों ने साथ दिल यह तन्हा ख़ूब हुआ छाया उस…
ख़फ़ा सी नज़र ( Khafa si nazar ) ख़फ़ा ख़फा सी नज़र सनम की बिला वज़ह के अड़ी हुई है टिकी रहे हर घड़ी हमीं पर नजर नहीं हथकड़ी हुई है। नहीं लिखा वो लक़ीर में जब भला मुकद्दर बने कहां से मगर वही दिल कि चाह है बस निगाह उस पर गड़ी हुई…
पास है अब तू नहीं ( Paas hai ab too nahin ) जिंदगी में प्यार की खुशबू नहीं! इसलिए की पास है अब तू नहीं कर लिया है सब्र उसका मैंनें ही अब तो यूं आते मगर आंसू नहीं ढूंढ़ती उसको रही आंखें मेरी वो नजर आया मुझे हर सू नहीं …
जीवन में जब भी चैन मिले ( Jeevan mein jab bhi chain mile ) जीवन में जब भी चैन मिले। हर बार छलकते नैन मिले।। आराम मिटाने जीवन का। हरदम ही वो बेचैन मिले।। टूट चुका है नाजुक दिल ये। जुल्मो-सितम दिन-रैन मिले।। पत्थर दिल को छलनी कर दे। नित…
कर गया दुश्मनी की वो ही बात है ( Kar Gaya Dushmani Ki Wo Hi Baat Hai ) कर गया दुश्मनी की वो ही बात है दोस्ती की करी जिससें शुरुवात है प्यार मेरा नहीं है किया हाँ क़बूल दिल के उसनें नहीं समझें जज्बात है नफ़रतों की ही बरसात होती …
कोरोना काल का पक्ष एक और! ( Corona Kal Ka Pach Ek Or ) जरा सोचें समझें कैसा है यह दौर? भविष्य हमारा किधर जा रहा है? देखो कोई चांद पर मंगल पर बस्तियां- बसा रहा है! उधर हम देख सोच भी नहीं पा रहे हैं हम अनजाने डर से डरे जा रहे हैं…
बज़्म में ऐसा ख़ूब हुआ ( Bazm me aisa khoob hua ) बज़्म में ऐसा ख़ूब हुआ शे’र पे चर्चा ख़ूब हुआ कैसे उससे मिलना हो घर पर पहरा ख़ूब हुआ जिससे दिल का रिश्ता था ग़ैर वो चेहरा ख़ूब हुआ छोड़ दिया अपनों ने साथ दिल यह तन्हा ख़ूब हुआ छाया उस…
ख़फ़ा सी नज़र ( Khafa si nazar ) ख़फ़ा ख़फा सी नज़र सनम की बिला वज़ह के अड़ी हुई है टिकी रहे हर घड़ी हमीं पर नजर नहीं हथकड़ी हुई है। नहीं लिखा वो लक़ीर में जब भला मुकद्दर बने कहां से मगर वही दिल कि चाह है बस निगाह उस पर गड़ी हुई…
पास है अब तू नहीं ( Paas hai ab too nahin ) जिंदगी में प्यार की खुशबू नहीं! इसलिए की पास है अब तू नहीं कर लिया है सब्र उसका मैंनें ही अब तो यूं आते मगर आंसू नहीं ढूंढ़ती उसको रही आंखें मेरी वो नजर आया मुझे हर सू नहीं …
जीवन में जब भी चैन मिले ( Jeevan mein jab bhi chain mile ) जीवन में जब भी चैन मिले। हर बार छलकते नैन मिले।। आराम मिटाने जीवन का। हरदम ही वो बेचैन मिले।। टूट चुका है नाजुक दिल ये। जुल्मो-सितम दिन-रैन मिले।। पत्थर दिल को छलनी कर दे। नित…
कर गया दुश्मनी की वो ही बात है ( Kar Gaya Dushmani Ki Wo Hi Baat Hai ) कर गया दुश्मनी की वो ही बात है दोस्ती की करी जिससें शुरुवात है प्यार मेरा नहीं है किया हाँ क़बूल दिल के उसनें नहीं समझें जज्बात है नफ़रतों की ही बरसात होती …
कोरोना काल का पक्ष एक और! ( Corona Kal Ka Pach Ek Or ) जरा सोचें समझें कैसा है यह दौर? भविष्य हमारा किधर जा रहा है? देखो कोई चांद पर मंगल पर बस्तियां- बसा रहा है! उधर हम देख सोच भी नहीं पा रहे हैं हम अनजाने डर से डरे जा रहे हैं…
बज़्म में ऐसा ख़ूब हुआ ( Bazm me aisa khoob hua ) बज़्म में ऐसा ख़ूब हुआ शे’र पे चर्चा ख़ूब हुआ कैसे उससे मिलना हो घर पर पहरा ख़ूब हुआ जिससे दिल का रिश्ता था ग़ैर वो चेहरा ख़ूब हुआ छोड़ दिया अपनों ने साथ दिल यह तन्हा ख़ूब हुआ छाया उस…
ख़फ़ा सी नज़र ( Khafa si nazar ) ख़फ़ा ख़फा सी नज़र सनम की बिला वज़ह के अड़ी हुई है टिकी रहे हर घड़ी हमीं पर नजर नहीं हथकड़ी हुई है। नहीं लिखा वो लक़ीर में जब भला मुकद्दर बने कहां से मगर वही दिल कि चाह है बस निगाह उस पर गड़ी हुई…
पास है अब तू नहीं ( Paas hai ab too nahin ) जिंदगी में प्यार की खुशबू नहीं! इसलिए की पास है अब तू नहीं कर लिया है सब्र उसका मैंनें ही अब तो यूं आते मगर आंसू नहीं ढूंढ़ती उसको रही आंखें मेरी वो नजर आया मुझे हर सू नहीं …
जीवन में जब भी चैन मिले ( Jeevan mein jab bhi chain mile ) जीवन में जब भी चैन मिले। हर बार छलकते नैन मिले।। आराम मिटाने जीवन का। हरदम ही वो बेचैन मिले।। टूट चुका है नाजुक दिल ये। जुल्मो-सितम दिन-रैन मिले।। पत्थर दिल को छलनी कर दे। नित…