जब भी चाहेगा तू रूलायेगा | Ghazal
जब भी चाहेगा तू रूलायेगा
( Jab bhi chahega tu rulayega )
( Jab bhi chahega tu rulayega )
सुना है ( Suna Hai ) कभी कभी खंडहर भी बोल उठते हैं वीराने भी खुद ब खुद सज जाते हैं झींगुरों की ताल पर बेताल भी नाच उठतें हैं सहरा में भी आब’शार मिल जाते हैं कभी तो मुर्दा जिस्मों में बसती रूह भी कराह उठेगी सोई ज़मीर…
दें गया ये साल दिल में रुसवाई ए यारों दें गया ये साल दिल में रुसवाई ए यारों जहनों दिल में ही बसी ग़म की परछाई ए यारों होगी चेहरे पे ख़ुशी लब पे हंसी सबके यहां जिंदगी से ही बुरे दिन की विदाई है यारों जिंदगी से ढ़ल जाऐगे ग़म सभी…
राम नाम अनमोल ( Ram nam anmol : shri Ram poem in hindi) राम ही गीत राम ही तान राम है सात सुरों का ज्ञान राम है एक सुंदर झंकार राम ही जीवन और संसार राम है व्यक्तित्व का दर्पण संपूर्ण साधना प्रभु को अर्पण राम शब्द है मीठे बोल राम नाम है अनमोल…
मोहब्बत क्यों जलाते हो ( Mohabbat kyon jalate ho ) मोहब्बत में मोहब्बत को क्यों जलाते हो एक बार मिलने क्यों नहीं आ जाते हो। दिल रो रहा हमारा अपना भी रुलाते हो इतनी दूरियां बढ़ाकर क्या मजा पाते हो। ये दूरियां कैसी तेरी मजबूरियां कैसी कसूर क्या है हमारा क्यों नहीं बताते हो।…
भूल जाने का उसे ए रब असर दे ( Bhool jane ka rab use asar de ) भूल जाने का उसे ए रब असर दे सब्र ऐसा जिंदगी भर रब मगर दे बेरुख़ी से देखना वो छोड़ दे वो ए ख़ुदा उसको मुहब्बत की नज़र दे के न जाने हाल क्या…
राम नवमी ( Ram Navami ) भक्तवत्सल सत्य अविरल भूमिजा सुखधाम आये। अयोध्या में राम आये,अयोध्या में राम आये।। थी धरा सहमी हुयी बहु पापियों के पाप से, हे प्रभू आकर बचालो इस विकट संताप से, त्रास अवनी की मिटाने संतप्रिय श्रीधाम आये।। अयोध्या में राम ०।। नवमी तिथि नखत पुनर्वसु शुक्ल पक्ष विचार…