मिली नई जिंदगी | Kavita
मिली नई जिंदगी
( Mili Nayi Zindagi )
( Mili Nayi Zindagi )
नारी ( Nari ) घर सुघर होता है जिससे पल्लवित है प्रकृति सारी। जन्मदात्री होकर अबला ही कही जाती बेचारी।। सूर्य चांद सितारे ग्रह नक्षत्र सब जन्मे हुये हैं। थे अदृश्य जीव सारे नारी से तन में हुये है। ब्रह्मा विष्णु महेश नारी साधना में रत रहे हैं। जगत की अम्बा है नारी आगम…
एक तरफा प्रेम कहानी ( Ek tarfa prem kahani ) वह केसर की क्यारी थी, लड़की नहीं फुलवारी थी। चाहता था जान से ज़्यादा मुझको लगती न्यारी थी। आँखें उसकी कजरारी थी, पहनी शिफॉन की साड़ी थी, हम कर चुके थे अपना इज़हार उसकी कहने की बारी थी। तुम्हारी नहीं हमारी थी, अप्सरा से…
विश्व बाल दिवस ( Vishwa bal diwas ) आज विश्व बाल दिवस है बच्चे बेच रहे सामान है दिल में बड़ी कसक है कहीं लगे हैं मजदूरी में कहीं लगे हैं रेत खनन में बाल श्रम अपराध भले हो पुस्तक छोड़ कुदाल लिए हैं पेट की आग को पूछो ना अरमानों को कुचल खड़े…
शहरों की ओर ( Shahro ki or ) छोड़ दिया घर बार गांव चल पड़े शहर की ओर चकाचौंध के पीछे दौड़े भूल गए सुहानी भोर भागदौड़ भरी जिंदगी फुर्सत का कोई नाम नहीं शहरों का जीवन ऐसा अपनेपन का काम नहीं फैशन के दीवाने होकर लोग चले शहर की ओर…
सांवरियो आंगणिये आयो ( Sanwariyo aanganiye aao ) सांवरियो आंगणिये आयो, जाग्या म्हारा भाग। सुखसागर बरसण लाग्यो,घट उमड़यो अनुराग। मनमंदिर म जोत जागी,घट म उजाळो दमक्यो। नैणां गिरधर री मूरत, किस्मत रो तारों चमक्यो। मिल्यो खजानों शबदां रो, सुरसत री महर होगी। सुरभित बणी केसर क्यारी, काया कंचन निरोगी। फूट पड़या गीता रां सुर,…
सुनहरी यादें ( sunheri yaadein ) तुमसे मिले थे पहली दफा याद है अब भी मुझे वो तुम्हारी सुनहरी यादें। भुलाई नहीं जा रही है अब भी दिल से वो सुनहरी यादें जब हम ने बहुत अरमान अपने दिल में संजोए थे सोचा था, मिलेंगे जब भी हम चाहेंगे टूट कर एक-दूसरे को।…