Search Results for: english

Biwi ke Nakhre

बीवी के नखरे | Biwi ke Nakhre

बीवी के नखरे हजार है फिर भी उससे प्यार है ( Biwi ke nakhre hajar phir bhi usse pyar hai )    बीवी घर की सरकार है, घर मालकिन दरकार है। बीवी के नखरे हजार है, फिर भी उससे प्यार है। बीवी बड़ी दिलदार है, खूबसूरती खजाना अपार है। ए जी ओ जी लो जी…

Judaai

जुदाई | Judaai

जुदाई ( Judaai )    धड़कने कभी ह्रदय से जुदा नहीं हो सकती है। परदेसी पिया जुदाई सहन नहीं हो सकती है। पलक बिछाए नयना बैठे नजरे राहें तकती है। अधर गुलाबी प्रीत बरसे पांव पायल बजती है। परदेसी पिया जुदाई काले केश घटाएं घिरती बूंदे बरसात सताती है। मन का मीत पिया परदेसी याद…

Bade Bujurg

बड़े बुजुर्गों का सम्मान जरूरी है | Bade Bujurg

बड़े बुजुर्गों का सम्मान जरूरी है ( Bade bujurg ka samman jaroori hai )    बड़े बुजुर्गों  का  सम्मान  जरूरी  है , दिल में पलते भी अरमान जरूरी  है।   यार अंधेरों का साया है जिस घर में, उस  घर में भी रोशनदान जरूरी है।   बाप की पगड़ी बच्चों ने निलाम किया, एक पिता…

Yehi hai Zindagi

यही है जिंदगी | Yehi hai Zindagi

यही है जिंदगी ( Yehi hai zindagi )   लब जब मुस्कुराये अधरो पे मुस्कान छाए। दिलों की धड़कने भी गीत कोई गुनगुनाए। यही है जिंदगी चेहरे खिल जाए अपना कोई मिल जाए। मन में उमंगे छाए उमड़ घुमड़ भाव आए। यही है जिंदगी मन का चमन महके घर आंगन खिल जाए। रिश्तो में प्यार…

Sharabi

शराबी की दुनिया | Sharabi

शराबी की दुनिया ( Sharabi ki duniya )    शराबी की दुनिया अब बोतल में बंद है। मधुशाला डेरा बना बस दारू आनंद है। नदी नाले कीचड़ में कचरे में वो जाता है। झूम झूम शराबी राहों में शोर मचाता है। जमीं बिकती ईमान बिके बीवी तज जाती है। भाई बंधु कुटुंब कबीला प्रीत कहां…

Kitaab par Kavita

वो एक क़िताब | Kitaab par Kavita

वो एक क़िताब ( Wo ek kitaab )    सम्पूर्ण इतिहास समेटकर रखती वो एक क़िताब, देश और विदेशों में पहचान बढ़ाती यही क़िताब। शक्ल सूरत से कैसे भी हो देती सबको ये सौगात, हर प्रश्न का उत्तर है एवं श्रेष्ठ सलाहकार क़िताब।। क़िताबें पढ़कर आगें बढ़ता संसार का यें नर नार, भरा पड़ा है…

Man Mandir Mein

मन मंदिर में दीप ज्योति जलाता रहा | Man Mandir Mein

मन मंदिर में दीप ज्योति जलाता रहा ( Man mandir mein deep jyoti jalta raha )   हवन करते हाथ खुद का जलाता रहा। घाटे का लेकर सौदा मैं मुस्कुराता रहा। ठगती रही मुझे दुनिया मैं ठगाता रहा। प्यार के मोती लेकर मैं यूं लुटाता रहा। सद्भावों की गंगा मै नित बहाता रहा। तूफानों भरी…

Daru par Kavita

दारु इतनी मत पीना | Daru par Kavita

दारु इतनी मत पीना ( Daru itni mat pina )   दारू इतनी मत पीना कि वह तुम्हें पीने लग जाएं, बिन आग व श्मशान के तुम्हारा शरीर जल जाएं। सुधर जाना संभल जाना सभी पीने वाले वक्त पर, शत्रुओं से भी बुरी है ये इससे दूरियां बनाते जाएं।। गिरते-पड़ते आते है इस तरह के…

Mahakal Kavita

भुजंग भूषण कैलाशपति | Mahakal Kavita

भुजंग भूषण कैलाशपति ( Bhujang Bhushan Kailashpati )    तेरे दर पर शीश नवाता बाबा तेरे मंदिर जाता हूं लोटा भर के जल चढ़ाऊं अर्पण करने आता हूं तेरा नाम जपूं निशदिन बाबा तेरा ध्यान लगाता हूं मंझधार में डूबी नैया शिव दिल का हाल सुनाता हूं हे कैलाशी तू अविनाशी शिव नीलकंठ महादेव डमरू…

Safar Tanha

काफिले में भी सफर तन्हा | Safar Tanha

काफिले में भी सफर तन्हा ( Kafile mein bhi safar tanha )    रोज सजती है महफिले जहां, रोज कारवां चलता है। रोज कलम करतब दिखाती, शब्दों का मेला लगता है। काफिले में भी हो सफर तन्हा, कलमकार रह जाता है। एक आह दिल से निकले, गजरा गीतों का हो जाता है। काफिले में भी…