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Poem in Hindi on Kshama

क्षमा | Poem in Hindi on Kshama

क्षमा ( Kshama )  रूपहरण घनाक्षरी   दया क्षमा हो संस्कार, सदाचार और प्यार। परोपकार गुण को, घट नर ले उतार। व्यक्तित्व को चार चांद, यश कीर्ति हो अपार। क्षमा बड़ों का गहना, भव सागर दे तार। बड़े वही जगत में, छोटों को करते माफ। तारीफ में ताकत है, परचम ले विस्तार। क्षमा वीरों को…

Zid Shayari

वो नहीं ज़िद ठानता | Zid Shayari

वो नहीं ज़िद ठानता ( Wo nahi zid thanta )    वो नहीं ज़िद ठानता तो मुख़्तलिफ हालात होते इस चमन में ग़ुल भी खिलता महकते लम्हात होते। अब बहुत ही मुख़्तसर सी गुफ़्तगू होती हमारी दिन हुए कुछ इस तरह रस्म़न ज़रा सी बात होते। जीतने की थी हमें आदत मगर अब हाल है…

Jeevan Sara

जीवन सारा बीत गया | Jeevan Sara

जीवन सारा बीत गया ( Jeevan sara beet gaya )    बीत गई वो भोर सुहानी सुंदर सब शामें बीत गई जीवन ये सारा बीत गया सांसे डोर थामे बीत गई बीत गई वो मस्त बहारें रैना अंधियारी बीत गई उमड़ा आता प्रेमसागर वो बातें सारी बीत गई बीत गए वो ख्वाब सुरीले नयनों की…

Bhukhmari par Kavita

भुखमरी की पीर | Bhukhmari par Kavita

भुखमरी की पीर ( Bhukhmari ki peer )    भूखे नंगे लाचारों की नित पीर सुनाया करता हूं। मैं सत्ता के गलियारों में अलख जगाया करता हूं। जठराग्नि आग बन जाए भूखमरी हो सड़कों पे। मैं कलम की नोक से आवाज उठाया करता हूं। बेबस मासूम पीड़ा की तकदीर सुनाया करता हूं। कचरों में भोजन…

Kavita Kisano ka Dard

किसानों का दर्द | Kavita Kisano ka Dard

किसानों का दर्द ( Kavita Kisano ka Dard )      देख कर फसलों की सूरत जीवित है कौन? टूटकर  बिखरा  है   हृदय तन मन है मौन   छींट  कर  बीजों  को  मैंने उम्मीद पाली, काट दिया अब हाथ जैसे यह वर्फ जाली।   कष्ट भरा किससे कहें हम अपनी कहानी, ले   गया   आशाएं  सारा…

Kavita Pahla Milan

पहला मिलन | Kavita Pahla Milan

पहला मिलन ( Pahla milan )    मेंरे जीवन की अजीब कहानी मैं सपनों का राजा वह मेरी रानी आज भी याद मुझको वह आती वो भोली सी सूरत जो थी पुरानी याद आता मुझे उनसे पहला मिलन प्यारी-प्यारी वह सुहानी छुअन।। चोरी छुपके जब कभी हम मिलते बोल दो प्यार के वह होल्ले से…

Pita ke Upar Kavita

पिता | Pita ke Upar Kavita

पिता ( Pita )  ( 4 ) पिता एक उम्मीद है एक आस है , परिवार की हिम्मत और विश्वास है । बाहर से सख्त अंदर से नर्म है, उनके दिल में दफन कई मर्म है। पिता संघर्ष के आंधियों में हौसलों की दीवार है, परेशानियों से लड़ने को दो धारी तलवार है। बचपन में…

Poem in Hindi on Krodh

क्रोध को त्यागें | Poem in Hindi on Krodh

क्रोध को त्यागें ( Krodh Ko Tyage ) आज दर्द हमारा यहाँ जानें कौन, एवम हमको आज पहचानें कौन। क्यों कि बैंक से ले रखा है यें लोन, इसलिए रहता मैं अधिकतर मौन।। रखता फिर भी दिल में एक जोश, कोई गलती करें तो करता विरोध। कमाकर चुकाऊंगा खोता ना होश, कभी किसी पर नही…

Geet Mamta ka Aanchal

ममता का आंचल | Geet Mamta ka Aanchal

ममता का आंचल ( Mamta ka aanchal )    मांँ तो फिर भी मांँ होती है हर मर्ज की दवा होती। आंँचल में संसार सुखों का हर मुश्किलें हवा होती। मोहक झरना प्रेम प्यार का बहाती पावन संस्कार से। आशीष स्नेह के मोती बांटती माता लाड दुलार से। स्नेह बरसता प्यार से मांँ की ममता…

Khat par Kavita

वो फिर खत लिखने का जमाना आ जाए | Khat par Kavita

वो फिर खत लिखने का जमाना आ जाए ( Wo phir khat likhne ka zamana aa jaye )    वो फिर खत लिखने का जमाना आ जाए तुम्हारी याद मुझको फिर तरोताजा करा जाए, दिल की धड़कन ना पूछो कितनी तेज हो जाए पैगाम में तेरी खुशबू का एहसास वो करा जाए शब्दों को पढ़ते पढ़ते…