नई शुरुआत

नई शुरुआत

नई शुरुआत ( Nayi Shuruaat ) ***** सदैव कठिनाइयों से भरी होती है, शनै: शनै: सहज होती जाती है। फिर एक दिन- कली, फूल बन खिल जाती है, बाग बगिया को महकाती है; सुरभि फिजाओं में दूर तक बिखर जाती है। आकर्षित हो लोग खिंचे चले आते हैं, सौंदर्य/सफलता देख मंत्र मुग्ध हो जाते हैं।…

atal bihari vajpayee

स्व. अटल बिहारी वाजपेयी

स्व. अटल बिहारी वाजपेयी ( late Atal Bihari Vajpayee )     मुल्क में होगा अटल जैसा न नेता कोई देखिए ए लोगो मुहब्बत एकता से ही भरा   नाम जिसका ही जहां में है सारे  रोशन लोगों सच कहूँ मैं मुल्क का है रहनुमा लोगों अटल   हर किसी को ही दिया है हक वतन…

सितारे तोङ लाते है हमेशा आसमां से वो

सितारे तोङ लाते है हमेशा आसमां से वो

सितारे तोङ लाते है हमेशा आसमां से वो ( Sitare Tore Late Hain Hamesha Aasman Se Wo ) सितारे तोङ लाते है हमेशा आसमां से वो।। नहीं डरते मुसीबत से रहे आगे जहां से वो।।   जो करना है वही करते नहीं सुनते किसी की भी। जिग़र में हौंसला पाते खुदा जाने कहां से वो।।…

ब्राह्मण और केकड़ा

ब्राह्मण और केकड़ा : साथी चाहे दुर्बल ही हो उसे कम न आंके

 ब्राह्मण और केकड़ा : साथी चाहे दुर्बल ही हो उसे कम न आंके ( पंचतंत्र की कहानियां )   ( Panchtantra Ki Kahani : Brahaman Or Kekra )   बहुत साल पहले की बात है। पहले एक गांव में ब्रह्म देव नाम का एक गरीब ब्राह्मण रहता था। वह दूर दूर गाँवों में जाकर भिक्षा मांगता…

सच कहूँ हमें आ रही है रोज़ यादें आपकी

सच कहूँ हमें आ रही है रोज़ यादें आपकी

सच कहूँ हमें आ रही है रोज़ यादें आपकी     सच कहूँ हमें आ रही है रोज़ यादें आपकी ! इसलिए देखे है आज़म फरीन राहें आपकी   दिल करे है देखता ही मैं रहूँ बस रात दिन ए सनम इतनी  हंसी है ये आँखें आपकी   दूरियां जब से बढ़ी है प्यार में…

स्वच्छता है जरूरी

स्वच्छता है जरूरी

स्वच्छता है जरूरी ***** रखें ध्यान इसका विशेष, जन जन को दें यह संदेश। इसी से आती खुशहाली, दूर रहे संक्रमण बीमारी। जो स्वच्छ रहे परिवेश हमारा, तो स्वस्थ हो जाए जीवन प्यारा; गांधी जी का यही था नारा। सुन लो मेरे राज दुलारे, कह गए हैं बापू प्यारे। इधर उधर न कूड़ा डालो, बात…

हमेशा ही लुभाती है यहां सूरत कोई भोली

बहुत हमको लुभाती है यहां सूरत कोई भोली

बहुत हमको लुभाती है यहां सूरत कोई भोली   बहुत हमको लुभाती है यहां सूरत कोई भोली। करे घायल सदा दिल को लगे जैसे कोई गोली।। जिसे भी मांगना हो ग़र सदा मांगो खुदा से ही। नहीं खाली रहेगी फिर किसी की भी कोई झोली।। बने सब ग़ैर भी अपने बने अपने पराये से। करे…

प्यार के वो ही आज़म सहारे टूटे

प्यार के वो ही आज़म सहारे टूटे

प्यार के वो ही आज़म सहारे टूटे     प्यार के वो ही आज़म सहारे टूटे! आज वो ही वफ़ा के किनारे टूटे   प्यार की ही कहानी बढ़ी इसलिए आंखों से आंखों के ही नजारे टूटे   अब ज़बां पे यकीं होगा उसकी मुझे वादों के दिल से ही वो बहाने टूटे   अपनों…

गजल लिख रहा है

गजल लिख रहा है

गजल लिख रहा है   जिसकी माचिस से घर जल  रहा है, वो उसी पर गज़ल लिख रहा है।।   आपके आने का ये असर है, झोपड़ी को महल कह रहा है।।   अच्छी लगती नही बेरुखी अब, मैं नहीं मेरा दिल कह रहा है।।   शेष क्या हो गया है उसे अब, लब को…

मुसाफिर हैं आदमी: अहं किस बात की ?

मुसाफिर हैं आदमी: अहं किस बात की ?

मुसाफिर हैं आदमी: अहं किस बात की ? ************ न कोई हैसियत अपनी,न स्थायी मकान, जिंदा हैं जब तलक,तभी तक है पहचान। ढ़ाई किलो का था,जब तू आया था यहां, बस उतना ही रह जाओगे,जब जाओगे वहां। विश्वास न हो तो उठा लाना! राख के उस ढ़ेर को- जो चिता की अग्नि में जल कर…