Kavita Holi ka Rang

रंगों का त्यौहार है होली

रंगों का त्यौहार है होली खुशियों का इजहार है होली ,रंगों का त्यौहार है होली ॥ जिसके प्रियतम पास नहीं हैं,उसके लिए अंगार है होली । सच हो जाते जिसके सपने ,उसके लिए बहार है होली । रंग रंगीला जीवन जिसका ,उसके लिए बहार है होली । जहाँ वक्त पर रोटी मुश्किल ,वहाँ पर खड़ी…

होली रंगों का त्योहार

होली की कहानी

होली का पर्व मनाने के पीछे कथा बहुत पुरानी है लेकिन आज के समय में भी उतनी है प्रासंगिक है जितना पहले हुआ करती थी वैसे तो सारे धर्मों के सभी पर्व सद्भावना और आपसी मेलजोल से मनाए जाते हैं लेकिन फिर भी सभी पर्वों के पीछे एक विशेष प्रेरक प्रसंग होता जरूर है। होली…

“हैप्पी होली” के मैसिज ने ली दिल से जुड़े रिश्ते की जगह…. नीरस होती होली

“हैप्पी होली” के मैसिज ने ली दिल से जुड़े रिश्ते की जगह…. नीरस होती होली

आज हम जो होली मनाते हैं, वह पहले की होली से काफ़ी अलग है। पहले, यह त्यौहार लोगों के बीच अपार ख़ुशी और एकता लेकर आता था। उस समय प्यार की सच्ची भावना होती थी और दुश्मनी कहीं नहीं दिखती थी। परिवार और दोस्त मिलकर रंगों और हंसी-मजाक के साथ जश्न मनाते थे। जैसे-जैसे समय…

महामूर्ख बने शायर विनय साग़र

महामूर्ख बने शायर विनय साग़र

महामूर्ख सम्मेलन का आयोजन हुआबरेली, ऑल इंडिया कल्चरल एसोसिएशन द्वारा हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी होली के शुभ अवसर पर महामूर्ख सम्मेलन संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव शर्मा टीटू के नेतृत्व में आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता रणधीर प्रसाद गौड़ ने की तथा मुख्यातिथि रहे मशहूर शायर विनय साग़र जायसवाल। मां शारदे…

Holi Faag Geet

होली: रंग, रचना और रिश्तों का उत्सव

होली केवल रंगों का उत्सव नहीं, यह हमारे समाज की विविधता को एक सूत्र में पिरोने वाला पर्व है। यह त्योहार हमें सिखाता है कि जैसे रंग मिलकर एक सुंदर चित्र रचते हैं, वैसे ही प्रेम, भाईचारा और सद्भावना से सजा समाज ही सच्ची सुंदरता का प्रतीक होता है। साहित्यकारों की लेखनी ने इस पर्व…

इज्ज़त का सवाल

इज्ज़त का सवाल

“बेटा, मैंनें तेरा रिश्ता अपने दोस्त रोशन की बेटी मालती से तय कर दिया है। यह बता, तुझे छुट्टी कब मिल रही है? मैं चाहता हूँ कि तू एक बार मालती से मिल ले।” फोन पर राधेश्याम ने दूसरे शहर में तैनात अपने नवनियुक्त पीसीएस अधिकारी बेटे मोहित से कहा। राधेश्याम का यह फैसला सुनकर…

और आँखे खुल गई

और आँखे खुल गई

विभागीय कार्य से आज सब इंस्पेक्टर मनोज अपने बेटे के कॉलेज में गया।मनोज का एकलौता बेटा अभिनव उसी कॉलेज में बीटेक की पढ़ाई कर रहा था। भले ही मनोज विभाग के कार्य से कॉलेज गया था, लेकिन कॉलेज में पहुंचते ही उसकी निगाहें अपने बेटे अभिनव को ढूंढने लगी। उसकी अभिनव से मिलने की इच्छा…

Holi kavita

ज़माने के संग रंग बदलती होली

आज हम जो होली मनाते हैं, वह पहले की होली से काफ़ी अलग है। पहले, यह त्यौहार लोगों के बीच अपार ख़ुशी और एकता लेकर आता था। उस समय प्यार की सच्ची भावना होती थी और दुश्मनी कहीं नहीं दिखती थी। परिवार और दोस्त मिलकर रंगों और हंसी-मजाक के साथ जश्न मनाते थे। जैसे-जैसे समय…

Holi ki kavita

शरारत भरी होली

गाँव की होली का रंग हर साल कुछ अलग ही होता था। हर गली-मोहल्ले में गुलाल उड़ता, ढोल की थाप पर ठुमके लगते, और सबसे ज्यादा मस्ती होती थी बच्चों की टोली में। इस बार भी बबलू गैंग—बबलू, सोनू, चिंटू और पिंकी—ने कुछ नया करने की सोची। गाँव के चौपाल पर हर साल ठंडाई बनती…

डॉ. कामिनी व्यास रावल की ग़ज़लें | Dr. Kamini Vyas Poetry

डॉ. कामिनी व्यास रावल की ग़ज़लें | Dr. Kamini Vyas Poetry

प्यार के रंग चेहरे पे छाने लगे वो जो दिल के मुहल्ले में आने लगेप्यार के रंग चेहरे पे छाने लगे होली होली है कह कर मेरे हमनवारंग मुझ पर गुलाबी उड़ाने लगे जो हमें रोज छुप -छुप कभी देखतेजाम वो अब नजर के पिलाने लगे नाच गाने लगे है सभी आज तोमौज में ढोल…